Last Updated: Monday, February 24, 2014, 13:10

फातुल्लाह : पिछले कुछ समय से जीत को तरस रही भारतीय क्रिकेट टीम मंगलवार से यहां शुरू हो रहे 12वें एशिया कप में खोई लय हासिल करने और उपमहाद्वीप में अपना दबदबा बरकरार रखने उतरेगी।
भारत को दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दौरे पर करारी पराजय झेलनी पड़ी और टीम एक भी मैच वहां नहीं जीत सकी।
अब भारत के सामने एक और कठिन चुनौती है जिसमें उसका सामना चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से होगा।
घायल महेंद्र सिंह धोनी की गैर मौजूदगी में विराट कोहली की कप्तानी में आई भारतीय टीम पांच बार एशिया कप जीत चुकी है लेकिन पिछले कुछ महीने के प्रदर्शन को देखते हुए उसे इस बार प्रबल दावेदार नहीं कहा जा सकता।
दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन का कारण बदतर गेंदबाजी और बल्लेबाजी में कोहली पर अत्यधिक निर्भरता रही। भारत अपने अभियान की शुरुआत बुधवार को बांग्लादेश के खिलाफ करेगा। उसे चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से दो मार्च को मीरपुर में खेलना है। वहीं, पाकिस्तान मंगलवार को उद्घाटन मैच में श्रीलंका से खेलेगा।
फिनिशर धोनी की गैर मौजूदगी में अजिंक्य रहाणे, विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक और चेतेश्वर पुजारा पर स्लाग ओवरों में अच्छे प्रदर्शन की जिम्मेदारी होगी। कार्यवाहक कप्तान कोहली वेस्टइंडीज में त्रिकोणीय श्रृंखला में भारत की कप्तानी कर चुके हैं। उन्होंने हार से शुरुआत करने के बाद लगातार सात मैच जीते थे लेकिन उनमें से पांच जीत जिम्बाब्वे के खिलाफ मिली।
ढाका पहुंचने के बाद कोहली ने कहा, ‘मैने अभी तक आठ मैचों में कप्तानी की है। अनुभव अच्छा रहा लेकिन यह बड़ा टूर्नामेंट है और मुझे इस चुनौती का इंतजार है।’ कोहली की कप्तानी में भारत की अंडर 19 टीम ने 2008 विश्व कप जीता था।
एशिया कप में कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ टूर्नामेंट में सर्वाधिक (185) रन बनाए लकिन बांग्लादेश से हारने के कारण भारत फाइनल में नहीं पहुंच सका था। उसी मैच में सचिन तेंदुलकर ने अपना 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक बनाया था।
चार बार की चैम्पियन श्रीलंका इस टूर्नामेंट में खिताब के प्रबल दावेदारों में होगी जिसने हाल ही में बांग्लादेश को टेस्ट (1-0), वनडे (3-0) और टी20 (2-0) श्रृंखला में हराया है। उसके अनुभवी बल्लेबाज कुमार संगकारा शानदार फार्म में हैं जिन्होंने टेस्ट श्रृंखला में अपना पहला तिहरा शतक जड़ा है।
वनडे में संगकारा के शानदार प्रदर्शन के दम पर श्रीलंका ने श्रृंखला जीती। वह पूरी कोशिश करेंगे कि टीम पिछली बार एक भी मैच नहीं जीत पाने का गम भुलाकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करे। श्रीलंका के पास संगकारा, महेला जयवर्धने और एंजेलो मैथ्यूज के रूप में अनुभवी खिलाड़ी हैं।
श्रीलंका को हालांकि अनुभवी बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान की कमी खलेगी जिनकी अंगुली में चोट है। उनके विकल्प के तौर पर लाहिरू थिरिमाने को टीम में शामिल किया गया है। चौथे स्थान पर चल रहे श्रीलंका के पास भारत को वनडे रैंकिंग में दूसरे स्थान से हटाने का मौका है लेकिन इसके लिए उसे एशिया कप के खिताब सहित सभी मैच जीतने होंगे जबकि साथ ही दुआ करनी होगी कि भारत एक भी मैच नहीं जीत पाए। भारत हालांकि अगर एक भी मैच जीतने में सफल रहता है तो वह एक अप्रैल की कट आफ तारीख तक अपना दूसरा स्थान बरकरार रखेगा।
गत चैम्पियन पाकिस्तान और भारत के बीच होने वाले मैच पर सभी की नजरें टिकी होंगी। आईसीसी चैम्पियन्स ट्राफी के बाद दोनों टीमें पहली बार आमने सामने होंगी। पाकिस्तान के कप्तान मिसबाह उल हक ने श्रीलंका के खिलाफ होने वाले टूर्नामेंट के पहले मुकाबले से पूर्व कहा, ‘भारत के खिलाफ खेलना हमेशा बड़ी चुनौती होती है क्योंकि मैच में लोगों की काफी दिलचस्पी होती है। भारत की टीम मजबूत है और हमे जीतने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।’
ढाका के दक्षिण में स्थित नारायणगंज का फातुल्लाह पहले पांच लीग मैचों की मेजबानी करेगा जिसके बाद टूर्नामेंट के मैच ढाका के मीरपुर में खेले जाएंगे। पिछले साल के फाइनल में बांग्लादेश को हराने वाले पाकिस्तान ने इस टूर्नामेंट से पहले श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका को हराया था और उसकी बल्लेबाजी का दारोमदार मिसबाह और मोहम्मद हफीज के अलावा अहमद शहजाद पर होगा। (एजेंसी)
First Published: Monday, February 24, 2014, 13:10