इंग्लैंड के खिलाफ पूरे अंक जुटाने पर होगा भारत का जोर

इंग्लैंड के खिलाफ पूरे अंक जुटाने पर होगा भारत का जोर

द हेग (नीदरलैंड) : भारतीय टीम सोमवार को यहां हाकी विश्व कप के अपने दूसरे ग्रुप मैच में जब इंग्लैंड से भिड़ेगी तो वह पूरे अंक जुटाने की कोशिश करेगी। भारतीय टीम ने बेल्जियम के खिलाफ अंतिम मिनट में गोल गंवाकर अंक जुटाने का मौका खो दिया।

टीम अब इस साल के शुरू में नयी दिल्ली में विश्व लीग फाइनल्स में इंग्लैंड के हाथों 0-2 से मिली हार का बदला चुकता करने पर निगाह लगाये होगी। पिछले साल हाकी इंडिया लीग नीलामी में 73,000 डालर की राशि में बिके एशले जैक्सन की अगुवाई वाली इंग्लैंड काफी आक्रामक टीम नहीं है लेकिन वह प्रतिद्वंद्वी डिफेंस में चूक का फायदा उठाने में माहिर है।

भारतीय कोचिंग स्टाफ डिफेंस में खामियों को दूर करने पर काम कर रहा है, टीम ने बेल्जियम के खिलाफ हूटर से महज 15 सेकेंड पहले गोल गंवाया था। इंग्लैंड की यूरोपीय स्टाइल की डिफेंसिव हाकी का सामना करना नये कोच टेरी वाल्श और तकनीकी निदेशक रोलेंट ओल्टमैंस द्वारा पिछले छह महीने में टीम पर किये काम की परीक्षा होगी।

भारतीय टीम अब भी यूरोपीय कप उप विजेता बेल्जियम के हाथों अंक जुटाने का मौका गंवाने से उबरी नहीं है, जिसे गत चैम्पियन आस्ट्रेलिया के बाद ग्रुप ए से सेमीफाइनल में पहुंचने का दावेदार माना जा रहा है।

इंग्लैंड ने अपने शुरूआती मैच में स्पेन के खिलाफ पहले हाफ में मिली बढ़त गंवा दी और यह मैच 1-1 से ड्रा रहा। वाल्श अपनी टीम के पहले मुकाबले में अंक नहीं सुनिश्चित करने से निराश होंगे लेकिन इस प्रदर्शन ने खिलाड़ियों में आत्मविश्वास बढ़ा दिया है। लेकिन वह जानते हैं कि इंग्लैंड के खिलाफ मैच में वे गलतियों को नहीं दोहरा सकते।

इंग्लैंड के कोच बाबी क्रचले भी इस बात से निराश हैं कि उन्हें पहले मैच से पूरे अंक नहीं मिले और उन्होंने कहा कि वह भारत के खिलाफ इसमें सुधार करना चाहेंगे। क्रचले ने कहा, ‘हमने ठीक शुरूआत की है लेकिन यह लंबा टूर्नामेंट है और हमें भारत के खिलाफ मौके का फायदा उठाना होगा। हमने दिखा दिया कि हम कैसे खेलते हैं और हम काफी मौके बनाने में सफल रहे।’ भारत को इंग्लैंड के स्ट्राइकरों को सर्कल से दूर रखना होगा। भारतीय टीम विश्व रैंकिंग में आठवें स्थान पर है जबकि इंग्लैंड चौथे नंबर की टीम है।

भारत नयी दिल्ली में 2010 विश्व कप में आठवें स्थान पर रहा था लेकिन 2012 लंदन ओलंपिक में 12 टीमों के टूर्नामेंट में आखिरी स्थान पर रहा था। भारतीय टीम 1975 विश्व कप खिताब (घसियाली टर्फ पर) जीतने के बाद एक बार भी सेमीफाइनल में जगह नहीं बना सकी है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, June 1, 2014, 20:55

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