Last Updated: Sunday, October 13, 2013, 10:54

पुणे: युवराज सिंह की शानदार पारी की बदौलत राजकोट में खेले गए एकमात्र ट्वेंटी-20 मुकाबले में जीत हासिल करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम रविवार को सुब्रत रॉय सहारा स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया के साथ पहला वनडे मैच खेलेगी। सात मैचों की इस सारीज में 6-1 की जीत के साथ ऑस्ट्रेलियाई टीम वनडे टीमों की रैंकिंग में नंबर-1 पर पहुंच सकती है लेकिन महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में टीम इंडिया अपना दबदबा बनाए रखकर रैंकिंग में टॉप स्थान बरकरार रखने की कोशिश करेगी। भारत ने इस साल वनडे फॉर्मेट में बहुत अच्छे परिणाम हासिल किए। उसने 2013 के शुरू में पाकिस्तान से तीन मैचों की सीरीज गंवाई लेकिन इसके बाद विश्व चैंपियन टीम ने लगातार सफलताएं हासिल की। अब उसका मुकाबला उस ऑस्ट्रेलिया से है जिसे उसने फरवरी मार्च में टेस्ट सीरीज में 4-0 से करारी शिकस्त दी थी। ऑस्ट्रेलियाई टीम कप्तान माइकल क्लार्क के बिना भारत दौरे पर आई है लेकिन उसके बल्लेबाजों ने राजकोट में एकमात्र टी20 मैच में अच्छा प्रदर्शन किया था। ऑस्ट्रेलिया ने भले ही एशेज में हार के बाद इंग्लैंड को वनडे में पराजित किया हो लेकिन भारत को घरेलू परिस्थितियों में हराना बहुत मुश्किल होगा। ऑस्ट्रेलियाई टीम राजकोट में 200 रन से अधिक के स्कोर का बचाव नहीं कर पाई और इसलिए उसे अहसास हो गया है कि उसके लिए राह काफी कठिन होगा। भारतीय टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह ने 35 गेंद पर 77 रन ठोककर ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण की धज्जियां उड़ा दी थी। बायें हाथ का यह बल्लेबाज भारतीय मध्यक्रम का अहम हिस्सा रहा है और जिस तरह से उन्होंने टी20 मैच में बल्लेबाजी की उससे निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया की चिंता बढ़ गयी होगी।
ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण में प्रभावशाली स्पिनर की कमी है और ऐसे में भारत की मजबूत बल्लेबाजी पर असर डालने के लिए उसके तेज गेंदबाजों को खास प्रदर्शन करना होगा। भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी अपने गेंदबाजों को लेकर थोड़ा चिंतित होंगे क्योंकि तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और स्पिनर आर अश्विन टी20 मैच में प्रभाव नहीं छोड़ पाये थे। धोनी के लिए विश्वसनीय रहे अश्विन ने राजकोट में दो ओवर में 41 रन जबकि इशांत ने चार ओवर में 52 रन लुटाए। इसके कारण कामचलाउ विराट कोहली को गेंद सौंपनी पड़ी थी। भुवनेश्वर कुमार और आर विनयकुमार ने हालांकि तीन-तीन विकेट लेकर अच्छा प्रदर्शन किया। बायें हाथ के स्पिनर रविंदर जडेजा ने भी प्रभावशाली गेंदबाजी की। भारतीयों के लिए अच्छी बात यह रही कि सलामी बल्लेबाज एरोन फिंच को छोड़कर कोई भी अन्य ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया। ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने बल्लेबाजों से अब अधिक समय तक क्रीज पर टिके रहने की उम्मीद करेगी। उसे कप्तान जार्ज बैली और चोटी के ऑलराउंडर शेन वाटसन से बड़े योगदान की दरकार होगी। वाटसन टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं और यहां की परिस्थितियों से भी अच्छी तरह वाकिफ है। ऑस्ट्रेलिया को यदि सीरीज जीतनी है तो वाटसन को न सिर्फ बल्लेबाजी बल्कि गेंदबाजी में अच्छा प्रदर्शन करना होगा। मैच हालांकि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम से एक घंटे पहले शुरू होंगे लेकिन भारतीय परिस्थितियों में ओस की भूमिका अहम होती है। बाद में गेंदबाजी करने पर स्पिनरों के लिए गेंद पर पकड़ बनाना मुश्किल होगा।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर जो पिछले दो मैच खेले उनमें जीत दर्ज की जिससे साफ पता चलता है कि यहां की परिस्थितियों में भारतीय टीम का पलड़ा भारी रहता है।
टीम इस प्रकार हैः-
भारतः- महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, विराट कोहली, युवराज सिंह, सुरेश रैना, अंबाती रायुडु, रविंद्र जडेजा, आर अश्विन, इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, आर विनयकुमार, अमित मिश्रा, जयदेव उनादकट और मोहम्मद शमी में से।
ऑस्ट्रेलियाः- जार्ज बैली (कप्तान), नाथन कोल्टर नाइल, जेवियर डोहर्टी, जेम्स फाकनर, कैलम फगरुसन, एरोन फिंच, ब्रैड हैडिन, मोएजेस हेनरिक्स, फिल ह्यूज, मिशेल जानसन, ग्लेन मैक्सवेल, क्लाइंट मैकाय, एडम वोगेस और शेन वाटसन में से।
अंपायरः- रिचर्ड केटलबोरोग और विनीत कुलकर्णी।
तीसरा अंपायरः- सी शम्सुद्दीन।
मैच रेफरीः- रोशन महानामा।
मैच दोपहर बाद एक बजकर 30 मिनट पर शुरू होगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 13, 2013, 10:16