Last Updated: Saturday, October 26, 2013, 17:13

ग्रेटर नोएडा : लगातार चौथी फार्मूला वन विश्व चैम्पियनशिप जीतने की दहलीज पर खड़े रेडबुल के सेबेस्टियन वेट्टल ने रविवार को होने वाली तीसरी इंडियन ग्रां प्री के लिये पोल पोजिशन हासिल कर ली जबकि फोर्स इंडिया के ड्राइवर शीर्ष दस में जगह नहीं बना सके।
बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर 2011 और 2012 में खिताबी जीत दर्ज कर चुके वेट्टल को एफवन के इतिहास में लगातार चौथी बार विश्व चैम्पियनशिप जीतने वाला तीसरा ड्राइवर बनने के लिये कल शीर्ष पांच में रहना होगा। वेट्टल ने भारतीय सरजमीं पर लगातार तीसरी बार और कैरियर में 43वीं बार पोल पोजिशन हासिल की है और इस सत्र में सातवीं बार वह ग्रिड पर पहले स्थान से शुरुआत करेंगे।
तीनों अभ्यास सत्रों में अव्वल रहे जर्मन ड्राइवर वेट्टल ने उस फार्म को बरकरार रखते हुए अपना सर्वश्रेष्ठ लैप एक मिनट 24.119 सेकंड का निकाला जो बीआईसी पर उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। मर्सीडीज के निको रोसबर्ग दूसरे स्थान पर रहे जिन्होंने एक मिनट 24.871 सेकंउ का सर्वश्रेष्ठ लैप निकाला। उनसे .70 सेकंड पीछे उनके साथी लुईस हैमिल्टन रहे।
कंस्ट्रक्टर चैम्पियनशिप में शीर्ष पर चल रही टीम रेडबुल के मार्क वेबर 1 : 25 . 047 का लैप निकालकर चौथे स्थान पर रहे। पोल पोजिशन हासिल करने वाले वेट्टल का लगातार चौथी विश्व चैम्पियनशिप जीतना भले ही औपचारिकता रह गया हो लेकिन यह जर्मन ड्राइवर अभी उसके बारे में नहीं सोचना चाहता।
यहां पिछले दो बार के चैम्पियन वेट्टल को लगातार चौथी विश्व चैम्पियनशिप जीतने के लिये कल रेस में सिर्फ शीर्ष पांच में रहना होगा। अब तक सिर्फ जुआन फोंजियो और माइकल शूमाकर ही यह कारनामा कर सके हैं और वेट्टल यह उपलब्धि अपने नाम करने वाले सबसे युवा ड्राइवर भी होंगे।
उन्होंने बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर आज क्वालीफाइंग दौर के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘हर कोई मुझसे विश्व चैम्पियनशिप के बारे में ही पूछ रहा है लेकिन मैं अभी इस बारे में नहीं सोच रहा हूं कि कल की रेस निर्णायक हो सकती है। मैं सत्र की आखिरी रेस तक अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं।’’
उन्होंने कहा कि कल की रेस के लिये उन्होंने कोई खास रणनीति नहीं बनाई है। वेट्टल ने कहा, ‘‘कल की रेस के लिये कोई खास रणनीति नहीं बनाई है। हर रेस से पहले एक रूटीन होता है जिसका अनुसरण हम करते हैं और वही कल भी करूंगा। यह बात और है कि 2011 में अधिक रिलैक्स था लेकिन 2010 और 2012 में हालात दीगर थे।’’
सत्र के दूसरे हाफ में बेहतर प्रदर्शन के बारे में पूछने पर वेट्टल ने कहा कि यह कोई सोची समझी रणनीति नहीं है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 26, 2013, 17:13