Last Updated: Thursday, October 24, 2013, 18:19

नई दिल्ली : बढ़ती प्रशासनिक दिक्कतों और भविष्य को लेकर अनिश्चितता के बीच बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर शुक्रवार से शुरू होने जा रही तीसरी फार्मूला वन इंडियन ग्रां प्री में सेबेस्टियन वेट्टल की नजरें लगातार चौथे खिताब और भारत में जीत की हैट्रिक पर लगी होगी।
जर्मन ड्राइवर वेट्टल ने पिछले दो साल इंडियन ग्रां प्री में खिताबी जीत दर्ज की है। वह अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी फेरारी के फर्नांडो अलोंसो से 90 अंक आगे हैं और लगातार चौथी एफवन चैम्पियनशिप अपने नाम करने के लिये उन्हें इंडियन ग्रां प्री में शीर्ष पांच ड्राइवरों में जगह बनानी है।
पहले सत्र से ही विवादों से घिरी रही इंडियन ग्रां प्री के तीसरे सत्र की शुरूआत से पहले ही अनिश्चितता की स्थिति पैदा हो गई है जब उच्चतम न्यायालय ने इस रेस पर रोक लगाने संबंधी जनहित याचिका पर सुनवाई मंजूर कर ली। इसमें आरोप लगाया गया है कि आयोजक जेपी स्पोर्ट्स ने वर्ष 2011 का मनोरंजन कर नहीं भरा है। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इंडियन ग्रां प्री को मनोरंजन कर में दी गई छूट वापिस ले ली थी।
भारत में अगले साल फार्मूला वन रेस नहीं होने जा रही है हालांकि 2015 के शुरूआती सत्र में रेस के यहां लौटने की संभावना है। पिछली चंद रेस में अच्छे अंक नहीं जुटा पाने वाले फोर्स इंडिया के ड्राइवरों की नजरें अपनी घरेलू रेस में अच्छा प्रदर्शन करने पर लगी होंगी।
टीम प्रिंसिपल विजय माल्या ने कहा, ‘उम्मीद है कि इंडियन ग्रां प्री में हमारे ड्राइवर अच्छा प्रदर्शन करेंगे। यहां हमारी टीम को घरेलू दर्शकों से अच्छा समर्थन मिलता है।’ फोर्स इंडिया कंस्ट्रक्टर रेस में 62 अंक लेकर पांचवें स्थान पर है जबकि सोबेर 45 अंक लेकर छठे स्थान पर है। फोर्स इंडिया के ड्राइवर पाल डि रेस्टा और एड्रियन सुटिल चैम्पियनशिप रेस में क्रमश: 11वें और 12वें स्थान पर हैं। डि रेस्टा पिछली सात रेस में कोई अंक नहीं बना सके और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बहरीन में रहा जहां उन्होंने 12 अंक बनाये। फोर्स इंडिया में वापसी करने वाले सुटिल मोनाको में दोहरे अंक तक पहुंचे जबकि कोरिया और जापान में पिछली दो रेस में उनकी झोली भी खाली रही।
इंडियन ग्रां प्री के बाद सत्र की सिर्फ तीन रेस बाकी हैं और चैम्पियनशिप फिर वेट्टल को मिलना तय है। वेट्टल ने जापान ग्रां प्री में सत्र की लगातार पांचवीं जीत दर्ज की जिससे उन्हें अलोंसो पर निर्णायक बढ़त मिल गई है। रेडबुल के ड्राइवर वेट्टल को एफवन के इतिहास में लगातार चार खिताब जीतने वाले तीसरे ड्राइवर बनने के लिये यहां शीर्ष पांच में रहना होगा। उनसे पहले यह कमाल जुआन मैनुअल फेंजियो और माइकल शूमाकर कर चुके हैं।
इस बीच शीर्ष ड्राइवरों ने भारत में अगले साल रेस नहीं होने पर निराशा जताते हुए बीआइ र् सी को विश्व के सर्वश्रेष्ठ सर्किट में से एक बताया है। ब्रिटिश ड्राइवर लुईस हैमिल्टन ने कहा, ‘यहां सर्किट बेहद दिलचस्प है और कोरियाई सर्किट जैसा है। यह निराशाजनक है कि भारत में अगले साल रेस नहीं हो रही क्योंकि एफवन यहां धीरे धीरे लोकप्रिय हो रहा है।’ मैकलारेन मर्सीडीज के सर्जियो पेरेज ने कहा, ‘भारत में अगली रेस नहीं होना शर्मनाक है लेकिन मुझे उम्मीद है कि हम 2015 में यहां लौटेंगे। भारत ने नया देश होने के बावजूद एफवन में अच्छी प्रगति की है।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 24, 2013, 18:19