Last Updated: Thursday, January 23, 2014, 21:36
नई दिल्ली : भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भले ही लगातार गलतियां कर रहे इशांत शर्मा पर विश्वास बनाये हुए हैं लेकिन उनके लचर प्रदर्शन की पूर्व खिलाड़ियों ने कड़ी आलोचना की है और कहा कि अब सही समय आ गया है जबकि इस तेज गेंदबाज को बाहर कर देना चाहिए क्योंकि उन्होंने सीखना बंद कर दिया है।
पूर्व खिलाड़ियों ने कहा कि इशांत 50 से अधिक टेस्ट खेल चुका है और इस तरह का खराब प्रदर्शन आगे स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि इससे टीम के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ता है। पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज मदनलाल और तेज गेंदबाजी कोच टीए शेखर ने कहा कि वह बहुत अधिक गलतियां कर रहा है जिनमें सुधार की जरूरत है। भारतीय टीम के पूर्व कोच और पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता मदनलाल ने कहा, ‘मुझे नहीं पता कि ऐसा दबाव में हो रहा है या नहीं लेकिन इशांत ने सीखना बंद कर दिया है। वह अब बच्चा नहीं रहा। वह 50 से अधिक टेस्ट मैच खेल चुका है और उसे स्ट्राइक गेंदबाज और तेज आक्रमण का अगुआ होना चाहिए था।’
इशांत ने अब तक 53 टेस्ट मैचों में 149 विकेट लिये हैं और उनका स्ट्राइक रेट 69.7 प्रति विकेट है। उन्होंने प्रति विकेट के लिये लगभग 40 रन (38.81) दिये हैं। उन्होंने अब तक 53 टेस्ट मैचों में केवल तीन बार पारी में पांच विकेट लिये हैं। वनडे में इशांत ने 72 वनडे में 102 विकेट लिये हैं और इकोनोमी रेट 5.72 रन प्रति ओवर है।
मदनलाल से पूछा गया कि इशांत की परेशानी क्या है तो उन्होंने कहा कि यह तेज गेंदबाज रन रोकने की कोशिश कर रहा है जो संभव नहीं है। उन्होंने कहा, ‘यदि आप रन रोकने की कोशिश करते हो तो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऐसा कभी संभव नहीं हो सकता। आपको विकेट लेने होंगे और बल्लेबाजों को आउट करने की कला सीखनी होगी। इशांत विकेट लेने की कोशिश नहीं कर रहा है। वह गेंद को सही क्षेत्र में पिच नहीं करा रहा है और बहुत तेज गेंद करने की कोशिश कर रहा है।’
एमआरएफ पेस फाउंडेशन में डेनिस लिली के साथ दो दशक से अधिक समय तक सहायक कोच रहे शेखर का मानना है कि यह गेंदबाज ‘गेंदबाजी करने के बजाय केवल गेंद फेंक रहा है।’ उन्होंने कहा, ‘उसकी गेंदबाजी में कई गलतियां है। पहला यह कि वह गेंदबाजी करने के बजाय केवल गेंद को फेंक रहा है। गेंद छोड़ने की उसकी टाइमिंग गलत है जबकि सीम के पीछे उसकी कलाई और उंगलियां जिस स्थिति में होनी चाहिए वैसा नहीं होता है।’
शेखर ने मूवमेंट हासिल नहीं कर पाने के लिये भी इशांत की आलोचना की क्योंकि वह गेंद की सिलाई को अपनी उंगलियों के बीच नहीं रख रहे हैं। मदनलाल और शेखर दोनों ने कहा कि गेंदबाजी कोच जो डावेस को इशांत की इन कमियों को दूर करना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 23, 2014, 21:36