यह संतुलित फैसला है : न्यायमूर्ति मुद्गल

यह संतुलित फैसला है : न्यायमूर्ति मुद्गल

नई दिल्ली : आईपीएल फिक्सिंग मामले में जांच करने वाली समिति के प्रमुख न्यायमूर्ति मुकुल मुद्गल ने शुक्रवार को उच्चतम न्यायालय के अंतरिम फैसले को ‘संतुलित’ और ‘भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ हित’ में बताया।

मुद्गल ने कहा, ‘मैं कुछ और की अपेक्षा नहीं कर रहा था। उच्चतम न्यायालय ने काफी संतुलित फैसला सुनाया है। यह प्रशासनिक हितों, खेल की पाकीजगी और खिलाड़ियों, टीम, भारतीय क्रिकेट और क्रिकेटप्रेमियों के हितों में संतुलन बनाता है। मुझे यकीन है कि इससे भारतीय क्रिकेट बेहतरी की ओर बढ़ेगा।’

उन्होंने पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को आईपीएल के लिए अंतरिम अध्यक्ष बनाए जाने के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, ‘गावस्कर जैसे एक जहीन, पढ़े- लिखे व्यक्ति और एक विशेषज्ञ क्रिकेटर को चुना गया है और इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।’ उन्होंने कहा, ‘गावस्कर उम्दा क्रिकेटर थे और भारत के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर भी। वह भारत के कप्तान, विशेषज्ञ और कमेंटेटर हैं हालांकि बीसीसीआई से अनुबंध के कारण उनके हाथ बंधे हैं।’

मुद्गल ने कहा, ‘उन्हें क्रिकेट के कामकाज की गहरी जानकारी है और खेल के लिए यह अच्छा है। गावस्कर की खूबियों में से एक खेल में गोरों के वर्चस्व के खिलाफ खड़े होने की क्षमता थी।’ धोनी के बारे में पूछने पर उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा, ‘उच्चतम न्यायालय 16 अप्रैल को अहम फैसला लेगा लेकिन मुझे नहीं पता कि उसके लिए धोनी का करियर दांव पर है या नहीं। हमें न्यायालय के फैसले का इंतजार करना होगा।’

उच्चतम न्यायालय ने चेन्नई और राजस्थान टीमों के आईपीएल सात में खेलने पर भी रोक नहीं लगाई। इस बारे में मुद्गल ने कहा, ‘उच्चतम न्यायालय ने गुरुवार को सिर्फ सुझाव दिया था ताकि इस पर दूसरों की राय पता चल सके। अदालत में यह होता है। निर्दोष खिलाड़ियों का नुकसान क्यों किया जाए।’ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष शशांक मनोहर ने बुधवार को कहा था कि सीबीआई जांच पूरी होने तक आईपीएल सात पर रोक लगा देनी चाहिए लेकिन न्यायालय ने टूर्नामेंट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया।

मुद्गल ने कहा, ‘आईपीएल पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव अतिरंजित प्रतिक्रिया थी और उच्चतम न्यायालय ने सही किया।’ (एजेंसी)

First Published: Friday, March 28, 2014, 14:54

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