Last Updated: Wednesday, October 16, 2013, 22:02
ज़ी मीडिया ब्यूरो जयपुर : भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने शीर्ष बल्लेबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर सवाई मानसिंह स्टेडियम में बुधवार को हुए दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में आस्ट्रेलिया को नौ विकेट से हरा दिया। भारतीय क्रिकेट टीम की लक्ष्य का पीछा करते हुए यह सबसे बड़ी जीत है। साथ ही, वनडे क्रिकेट में भारत की यह सबसे बड़ी जीत है। इस मैच के आकर्षण रहे विराट कोहली और रोहित शर्मा ने शानदार शतक जमाया।
इससे पहले भारत ने 18 मार्च 2012 को मीरपुर में पाकिस्तान के खिलाफ 329 रनों के लक्ष्य को दो विकेट पर 330 रन बनाकर सफलतापूर्वक हासिल किया था।
बुधवार को सवाई मानसिंह स्टेडियम में आस्ट्रेलिया से मिले 360 रनों के विशाल लक्ष्य को भारतीय टीम ने एक विकेट पर 39 गेंद शेष रहते हासिल कर लिया। भारतीय बल्लेबाज पूरे मैच के दौरान आस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर हावी रहे।
भारतीय टीम का एकमात्र विकेट सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (95) के रूप में गिरा। धवन 176 के कुल योग पर जेम्स फॉल्कनर की गेंद पर विकेट के पीछे लपके गए। धवन ने 86 गेंदों पर 14 चौके लगाए।
धवन के बाद तीसरे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरे विराट कोहली (नाबाद 100) ने मैच की गति जरा भी कम नहीं होने दी और किसी भी भारतीय बल्लेबाज द्वारा अब तक का सबसे तेज शतक लगाने का कीर्तिमान रचा। कोहली ने 52 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जिसमें आठ चौके एवं सात छक्के शामिल हैं।
भारत के लिए विजयी रन जुटाने वाले रोहित शर्मा (नाबाद 141) ने भी बेहतरीन शतकीय पारी खेली। सलामी बल्लेबाज के रूप में रोहित का यह पहला शतक है, और कुल मिलाकर उनके करियर का तीसरा शतक। रोहित ने 102 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और कुल 123 गेंदों की पारी में 17 चौके तथा चार छक्के लगाए। रोहित और कोहली ने दूसरे विकेट के लिए 186 रनों की नाबाद साझेदारी कर भारत को अभूतपूर्व जीत दिलाई।
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी मेहमान टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में पांच विकेट पर 359 रन बनाए। भारतीय गेंदबाज बल्लेबाजों के लिए मददगार इस विकेट पर पूरी तरह नाकाम साबित हुए क्योंकि उन्हें सिर्फ तीन विकेट मिले। आस्ट्रेलिया के दो बल्लेबाज रन आउट हुए।
कप्तान जार्ज बैले (नाबाद 92) के अलावा एरॉन फिंच (50), फिलिप ह्यूज (83), शेन वॉटसन (59), और ग्लेन मैक्सवेल (53) ने शानदार अर्धशतक लगाए। इस बड़े स्कोर के दौरान मेहमान टीम के बल्लेबाजों ने हर विकेट के लिए बड़ी साझेदारियां निभाईं।
पहले विकेट के लिए फिंच और ह्यूज ने 74, दूसरे विकेट के लिए वॉटसन और ह्यूज ने 108, तीसरे विकेट के लिए ह्यूज और बैले ने 30, चौथे विकेट के लिए बैले और मैक्सवेल ने 96 तथा पांचवें विकेट के लिए बैले और एडम वोग्स (11) ने 39 रन जोड़े। फिंच 74 के कुल योग पर रन आउट हुए। फिंच ने अपनी 53 गेंदों की पारी में सात चौकों और एक छक्के की मदद से 50 रन बनाए। इसके बाद वॉटसन का विकेट 182 के कुल योग पर गिरा। वॉटसन ने 53 गेंदों पर छह चौके और तीन छक्के उड़ाए।
ह्यूज शतक की ओर बढ़ते दिख रहे थे लेकिन 212 के कुल योग पर रविचंद्रन अश्विन ने उन्हें विकेट के पीछे कैच करा दिया। ह्यूज ने 103 गेंदों पर आठ चौके और एक छक्का लगाया। इसके बाद कप्तान और मैक्सवेल ने स्कोर को 300 के पार पहुंचाया। मैक्सवेल का विकेट 308 के कुल योग पर गिरा। मैक्सवेल ने 32 गेंदों की तेज पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया।
बैले ने मैक्सवेल की विदाई के बाद वोग्स के साथ पारी को आगे बढ़ाया और स्कोर को 347 रनों तक पहुंचा दिया। बैले ने 50 गेंदों की अपनी तेज पारी में आठ चौके और पांच छक्के लगाए। वोग्स ने आठ गेंदों पर एक छक्का लगाया। भारत की ओर से विनय कुमार ने दो विकेट लिए जबकि अश्विन को एक सफलता मिली।
इस जीत के साथ ही भारत सात मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी पर आ गया है। आस्ट्रेलियाई ने पुणे में खेले गए पहले मुकाबले में 72 रनों से जीत हासिल की थी।
First Published: Wednesday, October 16, 2013, 17:26