Last Updated: Friday, December 6, 2013, 00:58
ज़ी मीडिया ब्यूरो जोहानिसबर्ग : दक्षिण अफ्रीका ने पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में गुरुवार को यहां भारत को शुरू से ही ऐसे करारे झटके दिए कि पूरी भारतीय टीम महज 217 रन पर ऑल आऊट हो गई। दक्षिण अफ्रीका ने इस पहले वनडे में भारत को 141 रन से हरा दिया। अब दक्षिण अफ्रीका ने तीन वनडे मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।
युवा सलामी बल्लेबाज क्विंटन डि काक के आकषर्क शतक तथा डेथ ओवरों में एबी डिविलियर्स और जेपी डुमिनी के धमाल से बड़ा स्कोर खड़ा करने वाले दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय गेंदबाजी को तहस नहस करने के बाद गुरुवार को यहां भारत की मजबूत बल्लेबाजी की भी चूलें हिलाकर पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में 141 रन की बड़ी जीत दर्ज की।
सत्रह दिसंबर को अपना 21वां जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे डि काक ने 121 गेंदों पर 18 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 135 रन बनाये। उन्होंने हाशिम अमला (88 गेंदों पर 65 रन) के साथ पहले विकेट के लिए 152 रन की साझेदारी की। आखिरी ओवरों में कप्तान डिविलियर्स (47 गेंद पर 77 रन) और डुमिनी (29 गेंद पर नाबाद 59) ने 46 गेंद पर 105 रन जोड़कर दक्षिण अफ्रीका का स्कोर चार विकेट पर 358 रन तक पहुंचाया।
भारतीय टीम इसके जवाब में 41 ओवर में 217 रन पर ढेर हो गई। केवल कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (71 गेंद पर 65 रन) ही टिककर खेल पाये जबकि बाकी बल्लेबाजों के पास दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों की तेज और शार्ट पिच गेंदों का कोई जवाब नहीं था। डेल स्टेन ने 25 रन देकर तीन और रेयान मैकलारेन ने 49 रन देकर तीन विकेट लिये। दक्षिण अफ्रीका ने तीन मैचों की श्रृंखला में 1-0 की बढ़त बना ली है। दूसरा मैच आठ दिसंबर को डरबन में खेला जाएगा।
भारत की शुरूआत बेहद खराब रही और उसने 16वें ओवर तक चोटी के चार बल्लेबाज गंवा दिये। उस समय टीम का स्कोर 65 रन था। शिखर धवन (12) के दूसरे ओवर में लोनवाबो सोतसोबे पर जमाये गये चौके से भारत ने वनडे में सर्वाधिक रन का रिकार्ड बनाया। बायें हाथ का यह सलामी बल्लेबाज हालांकि मोर्ने मोर्कल की पहली गेंद ही हवा में लहराकर पवेलियन लौट गया।
रोहित शर्मा ने 17वीं गेंद पर खाता खोला। वह एक घंटे से अधिक समय तक क्रीज पर रहे लेकिन किसी भी समय नहीं लगा कि वह भारत में रनों का अंबार लगाकर यहां आ रखे हैं। रोहित 43 गेंद पर 18 रन बनाकर रन आउट हो गये। सुरेश रैना (14) के रन आउट होने से भारत का स्कोर पांच विकेट पर 108 रन हो गया। धोनी ने एक छोर संभाले रखा लेकिन दूसरे छोर से विकेट गिरने से उनके तेवर भी ढीले पड़ गये। इस बीच उन्होंने रविंद्र जडेजा (29) के साथ छठे विकेट के लिये 50 रन जोड़े जो भारतीय पारी की सबसे बड़ी साझेदारी थी। जाक कैलिस ने जडेजा के बल्ले और पैड के बीच गेंद निकालकर दक्षिण अफ्रीका को छठी सफलता दिलायी। धोनी ने मैकलारेन पर छक्का जड़कर अपना 51वां वनडे अर्धशतक पूरा किया लेकिन उनका यह प्रयास भारत की हार का अंतर ही कम कर पाया।
धोनी ने आखिर में स्टेन की गेंद अपने विकेटों पर खेली। उन्होंने अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का लगाया। इससे पहले दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजी की धज्जियां उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मोहम्मद शमी (68 रन देकर तीन विकेट) भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे लेकिन डेथ ओवरों में उनका भी जादू नहीं चला जिसमें भारतीय गेंदबाजी की कमजोरी फिर से खुलकर सामने आई।
इन आखिरी छह ओवरों से पहले दक्षिण अफ्रीकी पारी बायें हाथ के बल्लेबाज डि काक के इर्द गिर्द घूमती रही जिन्होंने अनुशासन और आक्रामकता की शानदार मिसाल पेश की। उन्होंने शुरू में पावरप्ले में आक्रामकता दिखायी और बाद में क्षेत्ररक्षण फैलने पर अमला के साथ मिलकर एक दो रन लेकर स्कोर आगे बढ़ाया। भुवेश्वर और मोहित शुरू में नियंत्रित गेंदबाजी नहीं कर पाये तथा डि काक और अमला ने उनकी ढीली गेंदों को अच्छा सबक सिखाया। मोहित ने दस ओवर में 82 और भुवनेश्वर ने नौ ओवर में 68 रन दिये। दोनों स्पिनर अश्विन और जडेजा भी प्रभाव नहीं छोड़ पाये। इन दोनों मिलकर 18 ओवरों में 116 रन लुटाये। दक्षिण अफ्रीका ने 30वें ओवर में बल्लेबाजी पावरप्ले लिया और इसी ओवर में शमी की गेंद अमला के बल्ले को चूमती हुई विकेटों में समा गयी। उन्होंने कैलिस (10) को भी ज्यादा देर तक नहीं टिकने दिया लेकिन डि काक ने रन गति धीमी नहीं पड़ने दी। उन्होंने मोहित की फ्री हिट पर छक्का जड़ा और इसी ओवर में एक रन लेकर अपना दूसरा वनडे शतक पूरा किया। कोहली की गेंद पर लांग आन पर छक्का जड़ने के बाद वह अगली गेंद की लंबाई और तेजी नहीं भांप पाये और वापस गेंदबाज को कैच दे बैठे लेकिन भारत डेथ ओवरों में इसका फायदा नहीं उठा पाया।
First Published: Thursday, December 5, 2013, 16:57