Last Updated: Thursday, May 8, 2014, 18:43
नई दिल्ली : अजिंक्य रहाणे के लिये 2013-14 का सत्र शानदार रहा जिसमें उन्होंने भारतीय टेस्ट टीम में अपनी जगह पक्की की लेकिन राजस्थान रायल्स के इस बल्लेबाज को इसका कोई गुमान नहीं है और उन्होंने कहा कि वह हर दिन कुछ न कुछ नया सीखने की कोशिश करते हैं। रहाणे की प्रतिभा पर कभी किसी को शक नहीं था लेकिन पिछले साल आईपीएल से ही उनमें निखार देखने को मिला। इसके बाद उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के कड़े दौरों के लिये भारतीय टीम में जगह बनायी। इन दोनों दौरों में विराट कोहली के अलावा जिस बल्लेबाज को सफलता मिली वह रहाणे थे।
रहाणे ने साक्षात्कार में कहा, ‘मैंने पिछले साल वास्तव में काफी कुछ सीखा। पिछले साल आईपीएल में मेरे प्रदर्शन से मुझे विश्वस्तरीय गेंदबाजों का सामना करने के लिये काफी आत्मविश्वास मिला। निश्चित तौर पर ये दो दौरे (दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड) मेरे करियर के लिये महत्वपूर्ण थे और मुझे खुशी है कि मैंने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया था।’
इस साल के शुरू में वेलिंगटन में अपना पहला टेस्ट शतक लगाने वाले इस 25 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा, ‘भिन्न परिस्थितियों और बेहतर आक्रमण के कारण विदेशी दौरों पर खेलना हमेशा चुनौती रहती है। मुझे खुशी है कि मैंने इन दौरों पर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मैं अपने पांव जमीन पर ही रखना चाहता हूं और हर दिन कुछ नया सीखने की कोशिश कर रहा हूं।’
यह मितभाषी बल्लेबाज खुद के बजाय टीम की असफलता से अधिक निराश था। उन्होंने कहा, ‘मैं खुद के बारे में नहीं सोच रहा था। मैं टीम के बारे में सोच रहा था। मैं वास्तव में निराश था क्योंकि हमने विश्व कप गंवा दिया था। मैंने कुछ अवसरों पर वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की थी।’ रहाणे ने वर्तमान आईपीएल में सलामी बल्लेबाज के रूप में अब तक दो अर्धशतक जमाये हैं और मुंबई में रहने वाला यह बल्लेबाज राजस्थान रायल्स की टीम में सीनियर बल्लेबाज के रूप में अपनी भूमिका को समझता है।
उन्होंने कहा, ‘मैं खुद पर कोई दबाव नहीं बनाता। मैं सीनियर खिलाड़ियों से अधिक से अधिक सीखने के इस मौके का आनंद उठा रहा हूं। मैं इस नयी जिम्मेदारी का केवल लुत्फ उठाना चाहता हूं।’ रहाणे ने पिछले साल के आईपीएल में राहुल द्रविड़ की अगुवाई में शानदार प्रदर्शन किया। उनका मानना है कि वर्तमान कप्तान शेन वाटसन और द्रविड़ की कप्तानी में खास अंतर नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘शेन वाटसन और राहुल भाई कप्तान के रूप में एक जैसे हैं। वे दोनों मैदान पर वास्तव में शांतचित रहते हैं और ठोस निर्णय करते हैं। इसलिए मुझे नहीं लगता कि शेन पर किसी तरह का दबाव है और वह रायल्स की बहुत अच्छी तरह से अगुवाई कर रहा है। उनकी कप्तानी में खेलना सम्मान की बात है।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 8, 2014, 18:43