मुंबई टेस्ट: सचिन के नाम रहा पहला दिन, भारत की मजबूत शुरुआत

मुंबई टेस्ट: सचिन के नाम रहा पहला दिन, भारत की मजबूत शुरुआत

मुंबई टेस्ट: सचिन के नाम रहा पहला दिन, भारत की मजबूत शुरुआतमुंबई : सचिन तेंदुलकर के विदाई टेस्ट मैच के पहले दिन गुरुवार को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में वेस्टइंडीज को 182 रनों पर समेटने के बाद भारतीय टीम ने दिन का खेल समाप्त होने तक दो विकेट पर 157 रन बना लिए हैं।

अपना 200वां और आखिरी टेस्ट खेल रहे तेंदुलकर 38 रन और चेतेश्वर पुजारा 34 रन बनाकर नाबाद लौटे। भारत अभी भी वेस्टइंडीज से 25 रन पीछे है, जबकि उसके आठ विकेठ अभी शेष हैं। तेंदुलकर के विदाई टेस्ट के पहले दिन दर्शकों को भारतीय गेंदबाजी ने तो अभिभूत किया ही, पहले ही दिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी करते देखकर उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। तेंदुलकर के क्रीज पर आने के बाद से मैच समाप्त होने तक लगातार दर्शक सचिन की हौसलाअफजाई में झूमते दिखे। निश्चित ही मैच के दूसरे दिन भी सभी की निगाहें तेंदुलकर पर ही टिकी रहेंगी।

पहले दिन दूसरी पारी में ही वेस्टइंडीज की पारी समेटने के बाद भारतीय टीम ने सधी हुई शुरुआत की और पहले विकेट की साझेदारी में शिखर धवन (33) और मुरली विजय (43) ने 77 रन बनाए। धवन स्पिन गेंदबाज शेन शिलिंगफोर्ड का शिकार हुए। धवन ने 28 गेंदों का सामना करते हुए सात चौके लगाए। धवन के बाद विजय भी उसी ओवर में डारेन सैमी को कैच थमा बैठे। विजय ने 55 गेंदों में आठ चौके लगाए।

टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण चुनने के अपने कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के निर्णय को सही साबित करते हुए प्रज्ञान ओझा और रविचंद्रन अश्विन ने वेस्टइंडीज की पहली पारी 182 रनों पर समेट दी। ओझा ने पांच और अश्विन ने तीन विकेट चटकाए। वेस्टइंडीज के लिए किरन पॉवेल (48) ने सर्वाधिक रन बनाए, जबकि अपना 150वां टेस्ट मैच खेल रहे शिवनारायण चंद्रपॉल 25 रन पर आउट हुए।

वेस्टइंडीज के लिए शुरुआत में सब ठीक लग रहा था क्योंकि पॉवेल और क्रिस गेल लय में दिख रहे थे। लेकिन समी ने कोलकाता के अपने शानदार सफर को जारी रखते हुए 25 के कुल योग पर गेल को अपनी गेंदों के जाल में फंसा लिया। गेल 11 रन के निजी योग पर स्लिप में रोहित शर्मा के हाथों लपके गए। गेल ने 17 गेंदों पर एक चौका लगाया।

वेस्टइंडीज के लिए यह बड़ा झटका था लेकिन डारेन ब्रावो (29) और पॉवेल ने दूसरे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी करते हुए इसकी भरपाई करने की कोशिश की। दोनों काफी अच्छा खेल रहे थे लेकिन अश्विन की फिरकी पर ब्रावो बल्ला लगा बैठे और धौनी ने उन्हें लपकने में कोई कोताही नहीं बरती।

ब्रावो ने 63 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। उनका विकेट 86 के कुल योग पर गिरा। भोजनकाल तक दो विकेट गंवाने वाले वेस्टइंडीज ने दिन के दूसरे सत्र में आठ विकेट गंवा दिए। ब्रावो के बाद बल्लेबाजी करने उतरे मार्लन सैमुएल्स (19) का पॉवेल ज्यादा देर साथ नहीं दे सके और ओझा की गेंद पर शिखर धवन को कैच थमा बैठे। पॉवेल ने 80 गेंदों में चार चौके और एक छक्का लगाया।

पॉवेल के जाने के बाद चंद्रपॉल और सैमुएल्स के बीच वेस्टइंडीज की पारी की दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी हुई। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए 43 रन जोड़े। ओझा ने मुरली विजय के हाथों सैमुएल्स को कैच कराकर यह साझेदारी तोड़ी।

सैमुएल्स के जाने के बाद तो जैसे वेस्टइंडीज की पारी रेत का टीला साबित हुई और आखिरी छह बल्लेबाज मिलकर वेस्टइंडीज की पारी में 42 रन और जोड़ सके। वेस्टइंडीज के आखिरी चार बल्लेबाजों में तो तीन बिना खाता खोले लौट गए जबकि 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए शैनन गाब्रिएल एक रन बनाकर ओझा का शिकार हुए।

इस बीच वेस्टइंडीज के कप्तान डारेन सैमी (0) का विकेट झटकते ही अश्विन ने भारत की ओर से सबसे तेज 100 विकेट चटकाने का कीर्तिमान भी रच डाला। धौनी ने भी ओझा की गेंद पर टिनो बेस्ट (0) का कैच लपकर अपने करियर का 250वां कैच लपकने की उपलब्धि हासिल की।

भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद समी को एक-एक विकेट हासिल हुए। दो मैचों की श्रृंखला में भारत 1-0 से आगे है। उसने कोलकाता में खेले गए पहले मैच में एक पारी और 51 रनों से जीत हासिल की थी। उल्लेखनीय है कि सचिन वानखेड़े स्टेडियम में अपने करियर का 200वां और अंतिम टेस्ट मैच खेल रहे हैं। वह इस मैच के बाद क्रिकेट के अलविदा कह देंगे। (एजेंसी)

First Published: Thursday, November 14, 2013, 17:51

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