बीसीसीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- आईपीएल फिक्सिंग केस में दोषियों के खिलाफ करेंगे कार्रवाई

बीसीसीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- आईपीएल फिक्सिंग केस में दोषियों के खिलाफ करेंगे कार्रवाई

बीसीसीआई ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- आईपीएल फिक्सिंग केस में दोषियों के खिलाफ करेंगे कार्रवाईज़ी मीडिया ब्‍यूरो

नई दिल्‍ली : आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए कहा कि क्रिकेट के हित के लिए हमें गहनता से सोचना होगा और आदेश पारित करना होगा। खबर लिखे जाने तक इस मामले में कोर्ट में बहस चल रही है।

उधर, बीसीसीआई ने सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रस्ताव देकर मुद्गल समिति की रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू करने का भरोसा दिया। बीसीसीआई ने कोर्ट से कहा कि जांच मुद्गल समिति की रिपोर्ट के निष्कर्ष के आधार पर की जाए।

सूत्रों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट में बीसीसीआई की ओर से आज दलील दी गई कि इस केस में निष्‍पक्ष जांच के लिए श्रीनिवासन को अलग हटाया जाएगा। बीसीसीआई ने कोर्ट से यह भी कहा कि हम किसी भी अथॉरिटी की जांच करने के लिए तैयार हैं। हम उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे, जिनके नाम मुदगल पैनल की रिपोर्ट में हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर बोर्ड तैयार है। इस बीच, श्रीनिवासन के इस्‍तीफे को लेकर असमंजस बरकरार है।

गौर हो कि बीसीसीआई अध्यक्ष एन श्रीनिवासन पर बरसते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बीते मंगलवार को कहा था कि स्पाट फिक्सिंग मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच के लिए उन्हें पद छोड़ देना चाहिये और ऐसा नहीं करने पर उसे फैसला लेना होगा। न्यायालय ने श्रीनिवासन को इस्तीफा देने के लिये 48 घंटे का समय दिया था। न्यायालय ने कहा था कि यदि श्रीनिवासन इस्तीफा नहीं देते तो वह उनकी बर्खास्‍तगी का फैसला सुना देगा। सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड के दो सदस्यीय जांच आयोग की सत्यता पर सवाल उठाये जिसने स्पाट फिक्सिंग मामले में बोर्ड के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन को क्लीन चिट दी थी। न्यायालय ने सवाल किया कि क्या इसे ‘मैनेज’ कर लिया गया था।

स्पाट फिक्सिंग मामले की जांच करने वाली समिति द्वारा सीलबंद लिफाफे में दी गई रिपोर्ट को पढ़ने के बाद न्यायमूर्ति एके पटनायक की अध्यक्षता वाली एक पीठ ने कहा कि रिपोर्ट में काफी गंभीर आरोप लगाये गए हैं और बीसीसीआई अध्यक्ष जब तक पद नहीं छोड़ते, निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। पीठ ने कहा कि हमारी राय में मामले की उचित जांच के लिये श्रीनिवासन को इस्तीफा दे देना चाहिये। इसने कहा कि हम लोगों की साख को ठेस पहुंचाना नहीं चाहते लेकिन जब तक बीसीसीआई अध्यक्ष इस्तीफा नहीं देते, निष्पक्ष जांच नहीं हो सकती। पीठ ने कहा कि वह कुर्सी से चिपके हुए क्यो हैं। यह अजीब सा है । यदि वह पद नहीं छोड़ते तो हम फैसला सुना देंगे। इसने कहा कि रिपोर्ट का खुलासा खुली अदालत में नहीं किया जा सकता। पीठ ने बीसीसीआई के वकील को इसके कुछ पैराग्राफ पढ़ने की अनुमति दी।

First Published: Thursday, March 27, 2014, 13:01

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