Last Updated: Wednesday, December 11, 2013, 18:04

संयुक्त राष्ट्र : अपने जमाने की दिग्गज टेनिस खिलाड़ी मार्टिना नवरातिलोवा और पूर्व एनबीए खिलाड़ी जैसन कोलिन्स ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति जैसी विश्व खेल संस्थाओं से समलैंगिक खिलाड़ियों के प्रति अधिक समर्थन दिखाने का आग्रह किया है। इन दोनों खिलाड़ियों ने समलैंगिकता संबंधी हिंसा और भेदभाव को रोकने के संयुक्त राष्ट्र के अभियान में अपनी आवाज उठायी।
नवरातिलोवा ने पत्रकारों से कहा, ‘आईओसी को अपने खिलाड़ियों के पक्ष में खड़े होने की जरूरत है। ऐसा केवल एक देश में नहीं बल्कि कई देशों में हो रहा है।’ यह टेनिस स्टार उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जिन्होंने खुले तौर पर स्वीकार किया कि वह समलैंगिक हैं। उन्होंने फुटबाल के फीफा विश्व कप 2022 के संदर्भ में कहा, ‘कोई भी इस बारे में बात नहीं कर रहा है। उदाहरण के लिये कतर में जहां विश्व कप होना है, वहां समलैंगिक कृत्यों पर जेल की सजा हो जाती है।’
नवरातिलोवा ने कहा उन खिलाड़ियों, जो कि एलजीबीटी (गे, लिस्बियन, बाईसैक्सुअल और ट्रांसजेंडर) समुदाय के सदस्य हैं, से खुलकर सामने आने की अपील की है। अपने जमाने की यह दिग्गज खिलाड़ी ने 1981 में खुलासा किया था कि वह लिस्बियन है। नवरातिलोवा ने मानव अधिकार दिवस के विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया जिसका शीषर्क ‘होमोफोबिया के खिलाफ आवाज उठाएं खेल’ था।
कोलिन्स पहले सक्रिय पुरूष पेशेवर खिलाड़ी थी जिन्होंने इस साल मई में सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि वह गे हैं। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की मून ने अपनी वीडियो संदेश में में कहा कि यह वैश्विक संस्था लिस्बियन, गे, बाईसैक्सुअल और ट्रांसजेंडर या इंटरसेक्स लोगों पर हमलों का निंदा करती है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 11, 2013, 16:08