Last Updated: Wednesday, April 30, 2014, 18:42
नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान क्रिकेट संघ के चुनाव के नतीजों की घोषणा का रास्ता साफ करते हुये आज चुनाव पर्यवेक्षक से कहा कि छह मई को इसके नतीजे घोषित कर दिए जाएं। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड की आपत्तियों को दरकिनार करते हुये न्यायमूर्ति ए आर दवे की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने रजिस्ट्री को निर्देश दिया कि सीलबंद लिफाफे में पेश किये गये नतीजे न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक न्यायमूर्ति एन एम कासलीवार के पास भेज दिये जायें ताकि वह चुनाव परिणाम घोषित कर सकें। बीसीसीआई को लगता है कि इस चुनाव के नतीजे आईपीएल के पूर्व आयुक्त ललित मोदी के पक्ष में जा सकते हैं।
न्यायालय ने कहा कि चुनाव नतीजों से यदि किसी को शिकायत हो तो वह उसे उचित प्राधिकार के समक्ष चुनौती दे सकता है। शीर्ष अदालत ने 20 नवंबर, 2013 को सेवानिवृत्त न्यायाधीश कासलीवाल को चुनावों के लिये पर्यवेक्षक नियुक्त किया था। शीर्ष अदालत द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक की देखरेख में 19 दिसंबर को सम्पन्न चुनावों में ललित मोदी को चुनाव लड़ने की अनुमति मिल गयी थी।
ललित मोदी पर बीसीसीआई ने पिछले साल 25 सितंबर को आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। इससे पहले बीसीसीआई की अनुशासनात्मक समिति ने मोदी को अनुशासनहीनता और कदाचार के आठ आरोपों में दोषी ठहराया था। यह चुनाव प्रतिष्ठा का मुद्दा बन गया था क्योंकि इसमें अध्यक्ष के पद लिये ललित मोदी भी चुनाव लड़ रहे थे।
बीसीसीआई ने इस चुनाव को चुनौती देते हुये कहा था कि ललित मोदी को चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए थी और इसलिए यह चुनाव निरस्त किया जाना चाहिए। बीसीसीआई ने राजस्थन खेल कानून, 2005 की चुनौती दी थी जिसके तहत मोदी को बोर्ड के आजीवन प्रतिबंध के बावजूद राजस्थान क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की अनुमति मिली थी।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 30, 2014, 18:42