ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची वनडे में भारत पर ज्यादा दबाव

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची वनडे में भारत पर ज्यादा दबाव

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची वनडे में भारत पर ज्यादा दबावरांची: अपने गेंदबाजों विशेषकर इशांत शर्मा की लचर गेंदबाजी से मुश्किलों में घिरे भारत पर बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में जीत के साथ वापसी करने का दबाव होगा। टीम को इसके अलावा अपने गेंदबाजों को डेथ ओवरों में अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।

मोहाली में तीसरे वनडे में शिकस्त के साथ भारत सात मैचों की श्रृंखला में 1-2 से पीछे चल रहा है। टीम इंडिया अब तक तीनों वनडे में समान अंतिम एकादश के साथ उतरी हे लेकिन अब उसे गेंदबाजी में बदलाव को बाध्य होना पड़ सकता है। मोहाली में तीसरे वनडे में 304 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए भारत एक समय जीत की ओर बढ़ रहा था जब आस्ट्रेलिया को अंतिम तीन ओवर में 44 रन की दरकार थी। इशांत ने हालांकि 48वें ओवर में 30 रन लुटा दिए जिससे मैच आस्ट्रेलिया पक्ष में मुड़ गया। जेम्स फाकनर ने इस ओवर में चार छक्के और एक चौका जड़ा।

भारतीय बल्लेबाज अच्छी फार्म में हैं लेकिन गेंदबाजों ने निराश किया है जिन्होंने अब तक तीनों वनडे में 300 से अधिक रन खर्च किए हैं। इसमें भी डेथ ओवरों में खराब गेंदबाजी विशेष तौर पर टीम प्रबंधन की मुख्य चिंता है। इशांत और आर विनय कुमार दोनों काफी महंगे साबित हुए हैं और दोनों ने सात रन प्रति ओवर से अधिक से रन दिए हैं। विनय कुमार हालांकि विकेट हासिल करने में सफल रहे हैं। टीम के तीसरे तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार हालांकि 5.37 के रन रेट के साथ ‘किफायती’ रहे हैं।

मोहाली में निराशाजनक 48वें ओवर के बाद बाद इशांत शायद टीम में अपनी जगह नहीं बचा पाएं और बायें हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट उनकी जगह ले सकते हैं। रांची के बाहरी हिस्से धुर्वा के जेएससीए स्टेडियम में स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल सकती है और ऐसे में लेग स्पिनर अमित मिश्रा को अंतिम एकादश में शामिल किया जा सकता है।

नौ महीने पहले यहां खेल गए पिछले अंतरराष्ट्रीय मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 19 रन देकर तीन विकेट चटकाते हुए भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले रविंद्र जडेजा को इस मैदान पर एक बार फिर अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। दोनों छोर से नयी गेंदों के इस्तेमाल और पांच की जगह सिर्फ चार क्षेत्ररक्षकों के बीच 30 गज के दायरे से बाहर खड़े होने के नये वनडे नियमों से बल्लेबाजों को फायदा मिल रहा हैं।

श्रृंखला की छह पारियों में अब तक 1864 रन बने हैं। जयपुर में दूसरे वनडे में तो शिखर धवन, रोहित शर्मा और विराट कोहली ने आस्ट्रेलिया के 360 रन के लक्ष्य को 44 ओवर के भीतर हासिल कर लिया था।

मोहाली में भारतीय मध्यक्रम विफल रहा। टीम का स्कोर एक समय 76 रन पर चार और फिर 154 रन पर छह विकेट हो गया लेकिन धोनी ने 121 गेंद में नाबाद 139 रन की पारी खेलकर टीम का स्कोर 300 रन से उपर पहुंचा दिया।

यहां पिछले वनडे में हालांकि इंग्लैंड की टीम भारत के धीमे गेंदबाजों के सामने 155 रन पर सिमट गई थी। अब यह देखना होगा कि इस बार यहां कि पिच गेंदबाजों की मददगार होती है या बल्लेबाज एक बार फिर 300 से अधिक का स्कोर खड़ा कर पाएंगे। (एजेंसी)


First Published: Tuesday, October 22, 2013, 13:56

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