Last Updated: Friday, November 29, 2013, 17:00

मुंबई : हाल में क्रिकेट से संन्यास लेने वाले महान भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने शुक्रवार को कहा कि वह शुरुआत में ड्रेसिंग में कंप्यूटर रखने के विचार से सहज नहीं थे लेकिन बाद में उन्हें बेहतर योजना और रणनीति बनाने में इसकी अहमियत का अहसास हुआ जिसके बाद उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया।
तेंदुलकर ने यहां अवीवा लाइफ इंश्योरेंस के कार्यक्रम के दौरान कहा, ‘‘मैं पहले ही भारत के लिए 12 से 13 साल खेल चुका था। यह 2002-03 की बात है जब कंप्यूटर को हमारे ड्रेसिंग रूम में लाया गया। हमें बताया गया कि कंप्यूटर में सभी तरह के आंकड़े रहेंगे और आप जब मर्जी इन्हें देख सकते हैं। मैंने पूछा कि ड्रेसिंग रूम में कंप्यूटर क्या रहा है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘कंप्यूटर मेरे लिए बल्लेबाजी नहीं करने वाला। यह जहीर खान या हरभजन सिंह के लिए गेंदबाजी भी नहीं करने वाला। लेकिन समय के साथ मुझे अहसास हुआ कि इसमें रखे गए आंकड़ों को कुछ ही सेकेंडों में देखा जा सकता है। अगर मैं देखना चाहता हूं कि 1999 या 2007 में मैंने आस्ट्रेलिया में कैसी बल्लेबाजी की तो यह पांच सेकेंड में उपलब्ध है।’’
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘अगर मैं सभी स्ट्रेट ड्राइव देखना चाहता हूं, अगर मैं आफ साइड के बाहर छोड़ी सभी गेंद को देखना चाहता हूं तो यह उपलब्ध थी। इसके बाद मैंने इसे स्वीकार किया।’’
इस दिग्गज बल्लेबाज ने कहा कि नयी तकनीक से सामंजस्य बैठाने से उन्हें बेहतर तैयारी करने में मदद मिली। (एजेंसी)
First Published: Friday, November 29, 2013, 17:00