Last Updated: Wednesday, April 23, 2014, 21:52
कराची : पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सलीम मलिक ने उनके उपर लगे आजीवन प्रतिबंध की समीक्षा से इनकार करने और लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में सहायता मैच कराने वाली चैरिटी संस्था से सक्रिय रूप से जुड़े होने को मान्यता नहीं देने पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) पर निशाना साधा है।
मलिक ने कहा कि वह पीसीबी और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद के दोहरे मापदंडों से परेशान हो चुके हैं। मलिक ने कहा, कथित मैच फिक्सिंग के लिए वर्ष 2000 में मुझ पर आजीवन प्रतिबंध लगा। मैंने सत्र अदालत, लाहौर उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में प्रतिबंध के खिलाफ अपील की और अंतत: 2008 में सत्र अदालत ने प्रतिबंध हटा दिया लेकिन बोर्ड ने इस फैसले को स्वीकार करने से इनकार कर दिया और मेरा मामला दोबारा खोल दिया।
उन्होंने कहा, भारत में भी मोहम्मद अजहरूद्दीन और अजय जडेजा पर आजीवन प्रतिबंध लगा था लेकिन अदालत में जीतने के बाद भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने उन्हें क्रिकेट से दोबारा जुड़ने दिया लेकिन पाकिस्तान में पीसीबी अदालत के फैसले को स्वीकार करने से इनकार कर रहा है। नाराज मलिक ने कहा, एक तरफ तो पीसीबी चाहता है कि आईसीसी प्रतिबंधित खिलाड़ी मोहम्मद आमिर के प्रतिबंध को कम कर दे और मेरे मामले में वह दोबारा मामले की समीक्षा को भी तैयार नहीं है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 23, 2014, 21:52