जानिए, `महाविदाई` के मौके पर सचिन तेंदुलकर को `भारत रत्न` दिए जाने पर खिलाड़ियों और राजनीतिज्ञों ने क्या कहा

जानिए, `महाविदाई` के मौके पर सचिन तेंदुलकर को `भारत रत्न` दिए जाने पर खिलाड़ियों और राजनीतिज्ञों ने क्या कहा

जानिए, `महाविदाई` के मौके पर सचिन तेंदुलकर को `भारत रत्न` दिए जाने पर खिलाड़ियों और राजनीतिज्ञों ने क्या कहानई दिल्ली : भारत की शान सचिन तेंदुलकर के 24 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को अलविदा कहने के बाद खेल जगत ने उनकी प्रशंसा के पुल बांध दिए और सरकार के इस दिग्गज क्रिकेटर को भारत रत्न से सम्मानित करने के फैसले का स्वागत किया। पूर्व भारतीय हॉकी खिलाड़ी और महान हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद के पुत्र अशोक कुमार ने तेंदुलकर को बधाई दी। ध्यानचंद भी देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान की दौड़ में शामिल थे। अशोक ने कहा, मैं बहुत खुश हूं कि आखिरकार एक खिलाड़ी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। सचिन सचमुच इस सम्मान के हकदार थे। उन्होंने कहा, हम बिलकुल भी निराश नहीं हैं कि ध्यानचंद को भारत रत्न नहीं दिया गया। हमने अपनी पूरी कोशिश की। मैं खुश हूं कि सचिन यह सम्मान पाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।

अशोक ने कहा, सरकार द्वारा खिलाड़ियों को भारत रत्न में शामिल करने वाला कदम स्वागत योग्य है। इस सम्मान से सभी खिलाड़ियों को अपने खेल में अच्छा प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी। पूर्व भारतीय फुटबाल कप्तान बाईचुंग भूटिया ने कहा, यह शानदार है कि एक खिलाड़ी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया है। ऐसा खिलाड़ी जो 24 साल से अपने खेल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा है, वह इस सम्मान का हकदार है।

दो बार के ओलंपिक पदकधारी पहलवान सुशील कुमार ने कहा, मैं उनके लिये बहुत खुश हूं और सचिन को भारत रत्न पर बधाई देना चाहूंगा। उन्होंने क्रिकेट के लिये इतना कुछ किया है। सरकार ने सही समय पर उन्हें इस सम्मान से नवाजा है, जब वह क्रिकेट को अलविदा कह रहे हैं। मैं इस फैसले से खुश हूं और इससे अन्य खिलाड़ियों के लिये भी दरवाजा खुलेगा। पूर्व भारतीय हाकी कप्तान धनराज पिल्लै ने कहा कि भारत रत्न तेंदुलकर के लिये बिलकुल सही विदाई तोहफा है। उन्होंने कहा, सचिन को बहुत बहुत बधाई। भारत रत्न के लिये खिलाड़ी पहचानने के लिये सरकार का बहुत बहुत शुक्रिया।

हैदराबाद में आंध्र प्रदेश के राज्यपाल ईएसएल नरसिम्हा और मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने भी तेंदुलकर को भारत रत्न दिये जाने के लिये बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा, सचिन का भारतीय क्रिकेट में योगदान अमूल्य है और उनकी उपलब्धियां शानदार हैं। सचिन एक महान क्रिकेटर हैं। सचिन आदर्श हैं कि एक खिलाड़ी को अपनी उपलब्धियों के बावजूद कैसा होना चाहिए। उसने हमेशा अपनी उपलब्धियों से देश को आगे रखा है। मैं आंध्र प्रदेश सरकार और लोगों की ओर से सचिन को भविष्य के लिये शुभकामनायें देता हूं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तेंदुलकर को बधाई देते हुए कहा कि वह भारत रत्न के हकदार हैं। उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर कहा, वह सबसे मूल्यवान खेल सितारे हैं और भारत रत्न के हकदार हैं। मैं पिछले कुछ वर्षों से इसकी सिफारिश कर रही हूं। बधाई हो सचिन, आगे बढ़ते रहो। मैं तुम्हारी लंबी जिदंगी और उज्जवल भविष्य की कामना करती हूं। हमें तुम पर गर्व है। भारतीय शीर्ष शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद के बाद भारत के दूसरे ग्रैंडमास्टर दिब्येंदु बरूआ ने तेंदुलकर को भारत रत्न से सम्मानित करने के सरकार के फैसले का स्वागत किया लेकिन कहा कि पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद भी इस पुरस्कार के हकदार हैं।

बरूआ ने कोलकाता में कहा, सरकार की घोषणा के बाद मुझे लगता है कि आनंद भी इस पुरस्कार के हकदार हैं। बिना किसी बुनियादी ढांचे और मदद के आनंद पांच बार ऐसे खेल में विश्व चैम्पियन बने जो कई देशों में खेला जाता है। उन्होंने कहा, जब आप भारत में खिलाड़ियों की बात करते हो तो ध्यानचंद, आनंद और तेंदुलकर ऐसे तीन नाम दिमाग में आते हंै। मुझे लगता है कि ध्यानचंद खेलों की दुनिया में देश को गौरवान्वित करने वाले पहले खिलाड़ी थे। वह भी इसके हकदार हैं। बरूआ ने कहा, लेकिन मैं तेंदुलकर को इस पुरस्कार से नवाजे जाने के लिये बधाई दूंगा। मैं इसलिये खुश हूं क्योंकि पहली बार खिलाड़ी को यह पुरस्कार दिया गया है। अब सीमा टूट गयी है। हाकी ओलंपियन स्वर्ण पदकधारी गुरबख्श सिंह को भी लगता है कि ध्यानचंद को यह सम्मान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, मैं तेंदुलकर को भारत रत्न के लिये बधाई देता हूं। हालांकि मुझे लगता है कि ध्यानचंद को यह सम्मान दिया जाना चाहिए। अगर पहले नहीं तो सरकार को तेंदुलकर के साथ उन्हें यह पुरस्कार देना चाहिए।

महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, राज्यपाल के संगकारानारायणन, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी तेंदुलकर को भारत रत्न दिये जाने के लिये बधाई दी। राज्यपाल संगकारानारायणन ने कहा, सरकार ने भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान इस महान क्रिकेटर को देने का फैसला करने से तेंदुलकर और उनके खेल के असंख्य प्रशंसकों का सपना पूरा कर दिया। उन्होंने कहा, इसकी घोषणा का इससे बेहतर समय नहीं हो सकता था। मैं उन्हें इस पुरस्कार के लिये बधाई देता हूं। मैं उम्मीद करता हूं कि वह भारतीय क्रिकेट और उभरते क्रिकेटरों को अपना मार्गदर्शन देना जारी रखेंगे। मुख्यमंत्री चव्हाण ने सचिन को ‘महान खिलाड़ी और महान व्यक्ति करार’ किया।

अजीत पवार ने कहा, सचिन ने अपने 24 साल के करियर में लोगों को दुख भूलने में मदद की और देशवासियों में एकता की भावना पैदा की। जयपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी तेंदुलकर को भारत रत्न दिये जाने की बधाई देते हुए कहा, सचिन का क्रिकेट में अनुशासन ही उन्हें अपने करियर में सफलता के शिखर पर ले गया। गहलोत ने कहा, इस घोषणा से हजारों खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रशंसकों का मनोबल बढ़ेगा। वह इस सम्मान से नवाजे जाने वाले पहले खिलाड़ी हैं और यह अन्य खिलाड़ियों के लिये उदाहरण होगा।

महान धावक मिल्खा सिंह ने तेंदुलकर को भारत रत्न मिलने पर बधाई देते हुए कहा, वह इसका हकदार है। अंतत: एक खिलाड़ी को यह पुरस्कार मिला। इसके साथ ही अन्य खिलाड़ियों के लिए रास्ता खुल जाएगा जो देश को गौरवांवित करने के साथ अपने प्रयासों के लिए सर्वोच्च मान्यता की उम्मीद कर सकते हैं।’ मिल्खा ने हालांकि कहा कि तेंदुलकर इस सम्मान के हकदार हैं लेकिन अगर महान हाकी खिलाड़ी ध्यानचंद को भी यह पुरस्कार मिलता तो अच्छा रहता।

उन्होंने कहा, ध्यानचंद भी भारत रत्न के हकदार हैं लेकिन उन्हें नहीं दिया गया। हाकी हमारा राष्ट्रीय खेल है और ध्यानचंद ने इसे बुलंदियों तक पहुंचाया और हमारे देश को इतने गौरवपूर्ण लम्हें दिए। अगर वे इसे तेंदुलकर को देते हैं तो ध्यानचंद भी इसके हकदार हैं। महान हाकी खिलाड़ी 89 वर्षीय बलबीर सिंह सीनियर ने भी तेंदुलकर को बधाई दी। उन्होंने कहा, मैं सचिन को बधाई देता हूं। वह भारत रत्न का हकदार है और यह पुरस्कार समय पर दिया गया। वह आगामी पिढ़ियों के लिए प्रेरणा रहेगा। ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने भी तेंदुलकर की सराहना की।

ओलंपिक में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बिंद्रा ने कहा कि वह यह जानकर रोमांचित हैं कि तेंदुलकर को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि यह बड़े सम्मान की बात है कि किसी खिलाड़ी को इस पुरस्कार के लिए चुना गया और यह महान बल्लेबाज इसका हकदार है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने भी तेंदुलकर और सीएनआर राव को भारत रत्न के लिए चुने जाने पर बधाई दी। हुड्डा ने कहा, सचिन एक आइकन है जो खेलों की दुनिया में भारत के सच्चे दूत हैं। क्रिकेट के मैदान पर उनकी उपलब्धियों की बराबरी नहीं की जा सकती और उनकी खेल भावना बेजोड़ है। पंजाब के उप मुख्य मंत्री और खेल मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने भी तेंदुलकर को बधाई दी।

बादल ने बयान जारी करके कहा, एक जीवित लीजेंड, जो दुनिया भर में लाखों लोगों को प्रेरित करना जारी रखेंगे। उन्होंने दुनिया भर में क्रिकेट खेला और हमारे देश को गौरवांवित किया। वह खेलों की दुनिया में भारत के सच्चे दूत हैं। विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद, राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली और भारत में अफगानिस्तान के राजदूत शैदा अब्दाली ने भी तेंदुलकर को बधाई दी।

इस बीच पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने तेंदुलकर को भारत रत्न से नवाजे जाने के भारत सरकार के फैसले की तारीफ की लेकिन साथ ही कहा कि पांच बार के विश्व शतरंज चैम्पियन विश्नाथन आनंद को भी देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि विश्वनाथन आनंद इस पुरस्कार के लिए अगला बड़ा खिलाड़ी है। अब उसके लिए दरवाजे खुल गए हैं। जो चीज उसके खिलाफ जा सकती है वह यह है कि वह अधिकांश समय स्पेन में रहता है। भारत रत्न से सम्मानित होने वाले सबसे युवा और पहले खिलाड़ी तेंदुलकर के बारे में गांगुली ने कहा, भारत रत्न.. यह सचिन तेंदुलकर के लिए उनके शानदार करियर की आधिकारिक मान्यता है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, November 17, 2013, 11:33

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