अपने अंतिम मैच में बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पाए स्टार क्रिकेटर

अपने अंतिम मैच में बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पाए स्टार क्रिकेटर

अपने अंतिम मैच में बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर पाए स्टार क्रिकेटरनई दिल्ली : ब्रायन लारा सहित दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसक चाहते हैं कि सचिन तेंदुलकर अपने विदाई टेस्ट मैच में बड़ा शतक बनायें लेकिन इतिहास गवाह है कि कुछ अपवादों को छोड़कर दुनिया के अधिकतर स्टार क्रिकेटर अपने आखिरी मैच में चमकदार प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। तेंदुलकर वेस्टइंडीज के खिलाफ 14 नवंबर से अपना 200वां और आखिरी टेस्ट मैच खेलेंगे।

लारा ने कहा कि तेंदुलकर को इन पांच दिनों का पूरा लुत्फ उठाना चाहिए और 400 रन बनाने की कोशिश करनी चाहिए लेकिन वेस्टइंडीज का यह दिग्गज बल्लेबाज मशहूर क्रिकेटरों की उस लंबी फेहरिश्त का हिस्सा हैं जो अपने आखिरी मैच में धमाकेदार प्रदर्शन नहीं कर पाये। लारा ने कराची में 2006 में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला था जिसमें उन्होंने शून्य और 49 रन बनाये।

उन्होंने हालांकि 21 अप्रैल 2007 को इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप मैच खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। इस मैच में लारा 18 रन बनाकर रन आउट हो गये थे और दर्शकों को मायूस होना पड़ा था। अपने करियर में रनों का अंबार लगाने वाले सर डान ब्रैडमैन आखिरी टेस्ट पारी में शून्य पर आउट हो गये थे। यदि वह इस मैच में चार रन बना लेते तो उनका औसत 100 पर पहुंच जाता लेकिन एरिक होलीज ने उनकी गिल्लियां उड़ा दी। ब्रैडमैन इस मैच में केवल दो गेंद खेल पाये थे। ब्रैडमैन के बाद क्रिकेट इतिहास में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले गारफील्ड सोबर्स भी अपने आखिरी टेस्ट मैच की पहली पारी में खाता नहीं खोल पाये जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 20 रन बनाये। दुनिया के एक अन्य दिग्गज आलराउंडर इयान बाथम अपने आखिरी टेस्ट मैच दो और छह रन ही बना पाये जबकि पूरे मैच में उन्होंने केवल पांच ओवर गेंदबाजी की।

इयान चैपल, क्लाइव लायड, विव रिचर्डस, सनथ जयसूर्या और स्टीफन फ्लेमिंग की अपने विदाई मैच में खेली गयी अर्धशतकीय पारियां यादगार नहीं बन पायी थी। अपने करियर के दौरान दुनिया भर के बल्लेबाजों को अपनी कलाई की जादूगरी से चकमा देने वाले शेन वार्न अपने आखिरी टेस्ट मैच में केवल दो विकेट ले पाये थे। बल्लेबाजी में उन्होंने जरूर 71 रन की पारी खेलकर दर्शकों को रोमांचित किया था।

भारत के महान आलराउंडर कपिल देव ने अपने विदाई टेस्ट मैच में दो विकेट लिये और 18 रन बनाये। उन्होंने वनडे मैच खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा। इस मैच में उन्होंने पांच ओवर में 37 रन लुटाये और बल्लेबाजी में केवल 12 रन बनाये थे। पाकिस्तान के वसीम अकरम अपने आखिरी टेस्ट मैच में केवल 2 . 4 ओवर गेंदबाजी कर पाये थे। चोटिल होने के कारण उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। उनके करियर का आखिरी वनडे बारिश की भेंट चढ़ या था। अकरम के आदर्श रहे इमरान खान की विदाई हालांकि शानदार रही। इमरान ने भले ही अपने आखिरी टेस्ट मैच में गेंदबाजी नहीं की तथा 22 और शून्य रन बनाये लेकिन उन्होंने 1992 में अपनी टीम को विश्व कप दिलाकर क्रिकेट को अलविदा कहा था। विश्व कप फाइनल में इमरान ने इंग्लैंड के खिलाफ 72 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली थी।

श्रीलंका के मुथया मुरलीधरन ने भी 2010 में गाले में भारत के खिलाफ अपने विदाई मैच में आठ विकेट लेकर अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभायी थी लेकिन उन्हीं के हमवतन अरविंद डिसिल्वा की अपने आखिरी मैच में खेली गयी पारी को भला कौन भूल सकता है। डिसिल्वा ने बांग्लादेश के खिलाफ 2002 में कोलंबो में 206 रन बनाकर क्रिकेट को अलविदा कहा। डिसिल्वा के अलावा जिन अन्य खिलाड़ियों ने अपने विदाई टेस्ट मैच में दोहरा शतक जड़ा उनमें आस्ट्रेलिया के बिल पोंसफोर्ड और वेस्टइंडीज के सेमोर नुर्स शामिल हैं।

पोंसफोर्ड ने 266 और नुर्स ने 258 रन की बड़ी पारियां खेलकर क्रिकेट से संन्यास लिया था। इंग्लैंड के पूर्व नासिर हुसैन ने भी जबर्दस्त पारी खेलकर संन्यास लिया था। उन्होंने 2004 में न्यूजीलैंड के खिलाफ लार्डस में चौथी पारी में नाबाद 103 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलायी और क्रिकेट को अलविदा कहा। आस्ट्रेलिया ने स्टीव वा ने जनवरी 2004 में सिडनी में भारत के खिलाफ 80 रन की जुझारू पारी खेलकर अपनी टीम की हार टाली थी। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, November 12, 2013, 13:52

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