Last Updated: Thursday, March 20, 2014, 15:12

मीरपुर : इस साल अभी तक अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकी भारतीय टीम टी20 विश्व कप के पहले मुकाबले में शुक्रवार को पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगी तो दर्शकों को फटाफट क्रिकेट का जबर्दस्त रोमांच देखने को मिलेगा।
अभ्यास मैच में कल दक्षिण अफ्रीका से करारी हार झेलने के बावजूद फार्म के आधार पर पाकिस्तान का पलड़ा भारी है। वहीं इतिहास भारत के साथ है जो टी20 विश्व कप में अब तक हुए तीन मुकाबलों में कभी पाकिस्तान से नहीं हारा है। भारत ने आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच पिछले साल अक्तूबर में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था जबकि पाकिस्तान उससे अधिक टी20 मैच खेल चुका है।
मैच के अलावा खिलाड़ियों के आपसी मुकाबले भी देखने लायक होंगे। पाकिस्तानी आक्रामक बल्लेबाज शाहिद अफरीदी और भारतीय स्पिनर आर अश्विन की रांचक जंग, उमर गुल की तेज गेंदों के सामने विराट कोहली के साहस और सईद अजमल की फिरकी के सामने महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी की भी यह परीक्षा होगी। भारत का प्रदर्शन इस साल अभी तक अच्छा नहीं रहा है। महेंद्र सिंह धोनी की टीम सिर्फ दो आधिकारिक अंतरराष्ट्रीय मैच जीत सकी है जब उसने पिछले महीने एशिया कप में बांग्लादेश और अफगानिस्तान को हराया। इसके अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका और न्यूजीलैंड उसे हरा चुके हैं। श्रीलंका ने अभ्यास मैच में उसे मात दी हालांकि दूसरे अभ्यास मैच में भारत ने इंग्लैंड पर 20 रन से जीत दर्ज की।
एशिया कप में आखिरी ओवर में दो छक्के लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाने वाले अफरीदी भारतीयों के जेहन में जरूर कौंध रहे होंगे हालांकि यह प्रारूप बिल्कुल अलग है। इस मैच को लेकर लोगों में जबर्दस्त उत्साह है और टिकटों को लेकर मारामारी मची है। इंग्लैंड के खिलाफ अभ्यास मैच से संकेत मिल गया कि कल के मैच में धोनी किस तरह की टीम उतारना चाहेंगे लेकिन उन्हें इससे पहले कई मसलों पर गौर करना होगा। गेंदबाजी और बल्लेबाजी में कई चिंताएं उनके सामने हैं। रोहित शर्मा और शिखर धवन अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके हैं लेकिन धोनी टीम में ज्यादा बदलाव के पक्ष में नहीं रहते हैं। सलामी बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे से पारी की शुरुआत कराई जा सकती है लेकिन उनमें आत्मविश्वास की कमी है।
आलोचकों का कहना है कि धोनी चयन को लेकर लचीले नहीं हैं हालांकि श्रीलंका के खिलाफ पिछली बार टूर्नामेंट में उन्होंने इरफान पठान से पारी की शुरुआत कराके सभी को चौंका दिया था। पठान के 31 गेंद में 31 रन आस्ट्रेलिया के हाथों भारत की हार का प्रमुख कारण थे जिससे भारत टूर्नामेंट से बाहर भी हो गया। उसके बाद धोनी ने कभी बड़ा प्रयोग नहीं किया। टूर्नामेंट में भारत जीत के साथ शुरुआत करना चाहेगा और धोनी के लिये राहत की बात विराट कोहली का शानदार फार्म है। इंग्लैंड के खिलाफ उसने 47 गेंद में नाबाद 73 रन बनाये थे। सुरेश रैना ने भी फार्म में वापसी करते हुए श्रीलंका के खिलाफ 30 और इंग्लैंड के खिलाफ 31 गेंद में 54 रन बनाए। युवराज सिंह ने पहले अ5यास मैच में श्रीलंकाई स्पिनरों को बखूबी खेला लेकिन दूसरे मैच में खराब शाट पर आउट हो गए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 20, 2014, 15:12