Last Updated: Wednesday, March 5, 2014, 21:33
नई दिल्ली : संन्यास ले चुके आस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज ब्रेट ली भले ही इंडियन प्रीमियर लीग की खिलाड़ियों की नीलामी में बिके नहीं हों लेकिन उन्होंने आज कहा कि वह अब भी आईपीएल के बड़े प्रशंसक हैं और यह ट्वेंटी20 लीग प्रभावी तेज गेंदबाज तैयार कर सकती है जिसकी भारत को जरूरत है। ली का आधार मूल्य दो करोड़ रूपये रखा गया था और वह उन हाई प्रोफाइल खिलाड़ियों में शामिल रहे जिन्हें खिलाड़ियों की नीलामी में किसी ने नहीं खरीदा लेकिन इसके बावजूद इस प्रतियोगिता के प्रति उनकी चाहत में कोई कमी नहीं आई है।
आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में अगले साल होने वाले विश्व कप के लिए ट्रैवल पैकेज के लांच के लिए आयोजित कार्यक्रम में ली ने कहा, ‘‘मैं आईपीएल का बड़ा प्रशंसक हूं, इससे क्रिकेट में सुधार हो रहा है। वेस्टइंडीज ने कर्टली एंब्रोस को उस समय खोजा जब वह बीच क्रिकेट में गेंदबाजी कर रहे थे। इस तरह नयी प्रतिभा खोजी जा सकती है। इस तरह आईपीएल चयनकर्ताओं के लिए अहम साबित हो सकता है। वे ऐसे गेंदबाजों पर ध्यान दे सकते हैं जो तेज गति से गेंदबाजी करें।’’ पिछले सत्र में कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से खेलने वाले ली ने हालांकि स्वीकार किया कि 37 बरस की उम्र में वह खुद को ऐसे खिलाड़ी के रूप में नहीं देखते जिसके लिए फ्रेंचाइजियों के बीच बोली लगाने को लेकर मारामारी हो।
ली ने कहा, ‘‘मैं सिर्फ खेलकर देखना चाहता था कि सब कुछ कैसा चल रहा है, मैं अब युवा नहीं होने वाला।’’ इस तेज गेंदबाज ने हालांकि स्पष्ट किया कि एक गेंदबाज के रूप में वह ट्वेंटी20 पर वनडे तो तरजीह देते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं अब भी 50 ओवर के क्रिकेट को काफी पसंद करता हूं। ट्वेंटी20 और आईपीएल में करीबी मामला हो सकता है लेकिन 50 ओवर के क्रिकेट में आप वापसी कर सकते हो। लेकिन टी20 से बल्लेबाजों में सुधार हुआ है।’’ यहां विश्व का ट्राफी का भी अनावरण करने वाले ली ने विश्व कप में भारत की संभावना के बारे में भी विस्तार से बात की। ली ने कहा कि अगर भारत के पास ठीक ठाक तेज गेंदबाजी आक्रमण नहीं रहता तो उसके लिए चीजें आसान नहीं होंगी।
भारतीय टीम की फार्म में वापसी के बारे में पूछने पर ली ने कहा कि सफलता से अधिक फायदा किसी चीज से नहीं हो सकता। उन्होंने कहा, ‘‘यह अजीब है, जब आप जीतते हो तो आप विश्वास के साथ खेलते हो। इसके लिए काफी कड़ी मेहनत और काफी त्याग करना पड़ता है। इसमें समय लगता है। भारत को जीत की आदत बनानी होगी।’’ भारतीय तेज गेंदबाजी के बारे में पूछने पर लीग ने कहा कि अच्छे तेज गेंदबाजों की कमी का मुख्य कारण यह है कि पिचें अनुकूल नहीं हैं और साथ ही ऐसे आदर्श खिलाड़ियों की कमी है जो युवाओं को प्रेरित कर सकें।
यह पूछने पर कि क्या भारत काफी अधिक क्रिकेट खेल रहा है, ली ने कहा, ‘‘यह इंग्लैंड की तरह ही है। वह भी काफी क्रिकेट खेल रहे हैं। वहां काफी काउंटी क्रिकेट हो रहा है। एक तेज गेंदबाज के रूप में ऐसी स्थिति में हमेशा तेज गेंदबाजी करने के लिए खुद को तैयार रखना आसान नहीं होता।’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 5, 2014, 21:33