Last Updated: Friday, May 9, 2014, 17:22

नई दिल्ली : गैर मान्यता प्राप्त क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने आईसीसी को एक और पत्र लिखकर शीर्ष क्रिकेट संस्था को बीसीसीआई के निलंबित अध्यक्ष के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उच्चतम न्यायालय ने एन श्रीनिवासन को बीसीसीआई मामलों से हटने के लिये बाध्य कर दिया लेकिन उन्हें नौ और 10 अप्रैल को आईसीसी बैठक में भाग लेने से नहीं रोका। वर्मा ने इस कदम का कड़ा विरोध किया और कहा कि खेल की शीर्ष संस्था को तमिलनाडु के इस शक्तिशाली व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
वार्म ने मीडिया को जारी बयान में पूछा, देश की उच्चतम अदालत ने इस मामले की सुनवाई की। आईसीसी ने श्रीनिवासन को दुबई में हुई बैठक में भाग लेने की अनुमति देकर पहले ही अदालत के आदेश का उल्लघंन किया है। जब एक व्यक्ति को उसके दायित्वों से ही हटा दिया गया है तो आईसीसी श्रीनिवासन का समर्थन क्यों कर रहा है। क्या यह अपने ही संविधान का उल्लघंन कर रही है? उच्चतम न्यायालय ने श्रीनिवासन की दोबारा बीसीसीआई अध्यक्ष पद पर काबिज होने की याचिका खारिज कर दी थी और न्यायाधीश मुद्गल समिति ने आईपीएल छह को हिला देने वाले सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग के आरोपों की फिर से जांच का सुझाव दिया था।
वर्मा ने कहा, यह आईसीसी को मेरा तीसरा पत्र है लेकिन मैं अब भी जवाब का इंतजार कर रहा हूं। एक बार फिर मैं श्रीनिवासन और उच्चतम न्यायालय द्वारा जांच पैनल की रिपोर्ट में जिक्र किये गये कुछ क्रिकेटरों के खिलाफ अपने आरोपों को दोहराता हूं। मैं आईसीसी से जानना चाहता हूं कि वह अब तक चुप्पी क्यों साधे हुए है? क्या वह (श्रीनिवासन) आपको (आईसीसी को) किसी अन्य तरीके से मजबूर कर रहा है क्योंकि पूरा क्रिकेट जगत आपसे स्पष्टीकरण चाहता है। श्रीनिवासन आईसीसी के निदेशकों में से एक हैं, इसके नाते और उच्चतम न्यायालय के बीसीसीआई के 2013 आईपीएल भ्रष्टाचार मामले के निपटारे पर आदेश के तहत उनके पद पर आईसीसी के विभिन्न नियमों के अंतर्गत सवाल उठाये जा सकते हैं और वर्मा का भी यही मानना है।
वर्मा ने कहा, आईसीसी संविधान में स्पष्ट रूप से जिक्र किया गया है कि दागी व्यक्ति या फिर उसका सम्बन्धी न तो आईसीसी के किसी पद पर काबिज हो सकता है और न ही आईसीसी बैठक में भाग ले सकता है। श्रीनिवासन एक अन्य मामले में सीबीआई हैदराबाद द्वारा आरोपित किये जा चुके हैं। आईपीएल प्रकरण के अगस्त-सितंबर तक समाप्त होने की संभावना नहीं है, इसलिये श्रीनिवासन आईसीसी बैठकों में शिरकत करना और बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व करना जारी रखेंगे। जुलाई में श्रीनिवासन नया रूप लेने वाली आईसीसी का पहला अध्यक्ष बनने को तैयार हैं। बीसीसीआई प्रमुख के तौर पर उनका कार्यकाल सितंबर 2014 में समाप्त होगा।
लेकिन वर्मा इस ‘भ्रष्ट’ प्रणाली के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने लिखा, एक बार फिर मैं आपसे आईसीसी के नियमों के अंतर्गत इसमें हस्तक्षेप करने और उचित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। अगर आप ऐसा करने में असफल रहते हैं तो मुझे उचित अदालत में आईसीसी की भूमिका पर सवाल उठाने के लिये बाध्य होना पड़ेगा। सुनील गावस्कर इस समय बीसीसीआई के आईपीएल मामलों के अंतरिम अध्यक्ष हैं जबकि शिवलाल यादव बोर्ड के अंतरिम प्रमुख हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, May 9, 2014, 17:22