Last Updated: Wednesday, April 30, 2014, 18:54

नई दिल्ली : आईसीसी भले ही टेस्ट क्रिकेट को जीवित रखने के लिए दिन रात्रि टेस्ट मैचों के बारे में सोच रही हो लेकिन आस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क का मानना है कि इस पांच दिवसीय मैच को बचाने के लिये इस तरह के बदलाव की जरूरत नहीं है। क्लार्क ने कहा, मैं समझता हूं कि खेल के सभी तीनों प्रारूप के लिये जगह है। यह अच्छा है कि वनडे और टी20 क्रिकेट दिन रात्रि के हो सकते हैं लेकिन मैं नहीं मानता कि टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिये हमें दिन रात्रि टेस्ट की जरूरत है।
तैतीस वर्षीय क्लार्क ने इसके साथ ही न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान मार्टिन क्रो की विरोधी खिलाड़ियों के प्रति आस्ट्रेलियाई आक्रामकता की आलोचना का भी जवाब दिया। इस बल्लेबाज ने आस्ट्रेलियाई रवैये को कड़ा और निष्पक्ष करार दिया। उन्होंने कहा, हम (आस्ट्रेलिया) मैदान पर कड़ी क्रिकेट खेलते हैं लेकिन आस्ट्रेलियाई होने के नाते हम जानते हैं कि यहां कोई सीमा है जो हम पार नहीं कर सकते। आप इसके करीब जा सकते हैं लेकिन इसे पार नहीं कर सकते। यह आस्ट्रेलियाई तरीका है कि मैदान कड़ी और गैर समझौता वाली क्रिकेट खेलो। वर्ष 2013 के वर्ष के क्रिकेटर चुने गये क्लार्क की एशेज श्रृंखला के दौरान इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के साथ कहासुनी हो गयी थी लेकिन बाद में उन्हें अपनी हरकत सही नहीं लगी।
क्लार्क ने कहा, मैंने जेम्स एंडरसन से जो कुछ कहा था वह सही नहीं था विशेषकर स्टंप माइक्रोफोन के इतने करीब से कहना। कई बार जब आप उच्च स्तर पर अंतरराष्ट्रीय खेल खेलते हो तो भावनाएं हावी हो जाती हैं। रिकी पोंटिंग के बाद कप्तानी का दायित्व संभालने वाले क्लार्क पर अक्सर मैदान पर पोंटिंग शैली की आक्रामकता अपनाने का आरोप लगता रहा है। उन्होंने कहा, हम (आस्ट्रेलियाई) खेल का जज्बा बनाये रखने के लिये वह सब कुछ करते हैं जो हमारे हाथ में है। खेल की अखंडता महत्वपूर्ण है। हम सभी जानते हैं कि एक खिलाड़ी और निश्चित तौर पर आस्ट्रेलिया के कप्तान के रूप में यह मेरा काम है कि हम खेल की अखंडता सुनिश्चित करें।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 30, 2014, 18:54