हम जानते थे कि 360 का टारगेट हासिल कर लेंगे : धवन

हम जानते थे कि 360 का टारगेट हासिल कर लेंगे : धवन

हम जानते थे कि 360 का टारगेट हासिल कर लेंगे : धवन मोहाली : पिछले मैच में आस्ट्रेलिया के विशाल लक्ष्य को पार करने के लिये टीम के प्रयासों की सराहना करते हुए भारतीय सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने कहा कि मेजबान टीम को किसी भी वक्त ऐसा नहीं लगा कि 360 रन का लक्ष्य हासिल नहीं किया जा सकता है। धवन ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ यहां होने वाले तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘जब मैं ड्रेसिंग रूम से बाहर निकला तो हम यही सोचकर चल रहे थे कि इस लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। हम सकारात्मक सोच के साथ खेलना चाहते थे। ’

उन्होंने कहा, ‘इससे पहले भी हमने बड़े लक्ष्य हासिल किये हैं। हमारा विचार प्रत्येक गेंद पर ध्यान देना और अपने खेल का लुत्फ उठाना था। ’ जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में 360 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत ने 39 गेंद शेष रहते ही नौ विकेट से जीत दर्ज करके श्रृंखला 1-1 से बराबर करवायी। पिछले मैच में 86 गेंदों पर 95 रन की अमूल्य पारी खेलने वाले धवन ने कहा कि उन्होंने और उनके साथियों ने थोड़ा जोखिम उठाया। उन्होंने कहा, ‘हम गेंद को अच्छी तरह से देख रहे थे और हमने अधिक से अधिक शाट खेलने शुरू कर दिये। इसके बाद हमने नियंत्रण में रहकर जोखिम उठाया और रन रेट अच्छा बनाये रखा। ’’ रोहित शर्मा ने नाबाद 141 जबकि विराट कोहली ने 52 गेंद पर नाबाद 100 रन बनाये।

पहले दो वनडे मैचों में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा लेकिन धवन का मानना है कि यह चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने कहा, ‘ये विकेट बल्लेबाजी के लिये बहुत अच्छे हैं। हमारे गेंदबाज अच्छी भूमिका निभा रहे हैं लेकिन यह सही है कि हमें अधिक मजबूत बनने के लिये अपनी गेंदबाजी पर अधिक मेहनत करनी होगी।’ आर विनयकुमार और इशांत शर्मा ने पिछले मैच में कई शार्ट पिच गेंदें की। इस बारे में धवन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि वे बाउसंर फेंकने की कोशिश कर रहे थे। वे शार्ट पिच गेंदों से बल्लेबाजों को हैरत में डालना चाहते थे। वे उन्हें परेशान करने के लिये अलग तरह की चीजें आजमाना चाहते थे। ’

धवन ने इसके साथ ही कहा कि जहां तक कौशल की बात है तो उन्होंने अपने खेल में अधिक बदलाव नहीं किया है और वह बल्लेबाज के रूप में अधिक परिपक्व बन गये हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं समझता हूं कि यह दिमाग से जुड़ा मसला है। मेरा कौशल पहले जैसा है। जैसे कि पहले भी मैंने कहा था कि बल्लेबाज के रूप में मैं परिपक्व हो गया हूं और मुझे अपने विकेट की कीमत पता चल गयी है। मैं रनों के लिये अधिक भूखा हो गया हूं। मैंने नेट पर कुछ बदलाव किये। मेरी एकाग्रता बेहतर हो गयी है और मैं अब कड़ी मेहनत कर रहा हूं। ’ (एजेंसी)

First Published: Friday, October 18, 2013, 17:54

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