Last Updated: Thursday, November 21, 2013, 23:24

चेन्नई : सर्वोच्च विश्व वरीय शतरंज मास्टर नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन ने गत चैम्पियन विश्वनाथन आनंद को नौंवी बाजी में मात देकर विश्व चैम्पियनशिप बनने की ओर निर्णायक बढ़त हासिल कर ली। कार्लसन ने गुरुवार को फिडे शतरंज विश्व चैम्पियनशिप की नौंवी बाजी में आनंद को 28 चालों में मात देकर तीन अंकों की बढ़त हासिल कर ली।
इस जीत के साथ ही कार्लसन ने नौ मुकाबलों में तीन में जीत दर्ज कर छह अंक हासिल कर लिए। दोनों दिग्गजों के बीच अब सिर्फ तीन मुकाबले शेष रह गए हैं, जिसमें आधा अंक अर्जित करके कार्लसन अगले विश्व चैम्पियन बन जाएंगे। नौंवीं बाजी बेहद रोचक रही और कार्लसन ने घिर जाने के बावजूद अपनी सफेद ऊंट, क्वीन और किंग के बगल वाला हाथी पूरे गेम के दौरान एक खाना भी नहीं खिसकाया।
मैच के बाद कार्लसन ने पत्रकारों से कहा कि यह काफी कठिन मैच था। कार्लसन ने शुरुआत में कुछ गड़बड़ी करने की बात भी स्वीकार की जिसके कारण आनंद को आक्रामक होने का मौका मिला। आनंद ने गुरुवार को सफेद मोहरों से खेलते हुए अपने क्वीन के आगे के प्यादे को दो खाने आगे बढ़ाकर खेल की शुरुआत की, जिसके जवाब में कार्लसन ने अपना घोड़ा एफ6 पर बढ़ाया।
भारत के दूसरी वरीयता प्राप्त ग्रैंडमास्टर पी. हरिकृष्ण ने बताया कि मैच जिस प्रकार आगे बढ़ रहा था, कुछ भी स्पष्ट नहीं था और दोनों खिलाड़ी जल्दी खेल समाप्ति की ओर बढ़ते नहीं दिख रहे थे। आनंद इस मैच के लिए काफी तैयारी करके आए प्रतीत हो रहे थे। हरिकृष्ण ने कुछ दिनों पहले ही बता दिया था कि आनंद को खेल के शुरू में ही खेल के अंतिम चरण में खेलने से बचना चाहिए। कार्लसन जहां क्वीन साइड पर अपना ध्यान जमाए हुए थे वहीं आनंद ने बोर्ड के मध्य में और अपने किंग पर ध्यान केंद्रित कर रखा था।
ग्रैंडमास्टर हंपी कोनेरू ने बताया कि कार्लसन काफी पहले ही अपने मोहरे बदल सकते थे, लेकिन ऐसा लग रहा था कि वह सुरक्षित खेल खेलना चाहते थे। इसी कारण आनंद के ऊंट सक्रिय नहीं हो सके। मैच के बाद आनंद ने कहा कि मैं चैम्पियनशिप में आगे लगातार तीन जीत हासिल करने की कोशिश करूंगा। लेकिन परिस्थितियां उतनी अच्छी प्रतीत नहीं होतीं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, November 21, 2013, 23:24