तेलंगाना संकट : 72 घंटे का बंद जारी, कल से अनशन पर बैठेंगे जगन

तेलंगाना संकट : 72 घंटे का बंद जारी, कल से अनशन पर बैठेंगे जगन

तेलंगाना संकट : 72 घंटे का बंद जारी, कल से अनशन पर बैठेंगे जगनज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी मिलने के साथ ही एक बार फिर आंध्र प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। कैबिनेट के निर्णय के खिलाफ आज सुबह से यहां शुरू हुए 48 घंटे के बंद के कारण राज्य के तटवर्ती आंध्र एवं रायलसीमा क्षेत्रों में आम जनजीवन ठप हो गया।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने कैबिनेट के निर्णय के बाद उत्पन्न घटनाक्रमों पर विचार विमर्श के लिए मंत्रियों, सांसदों, विधायकों एवं विधान पाषर्दों की आज दोपहर एक आपात बैठक बुलाई है। दूसरी तरफ केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष जगन मोहन रेड्डी ने 72 घंटे के बंद के आह्वान के साथ शनिवार से अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है।

संयुक्त आंध्र समर्थकों ने राजमार्ग पर नाकेबंदी कर दी तथा दोनों क्षेत्रों में दुकानों, वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों एवं शिक्षण संस्थानों को जबरदस्ती बंद करवाया। प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न नगरों में रैलियों और धरनों का आयोजन किया। आंध्र प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम सहित राज्य सरकार के आंध्र समर्थक कर्मचारी मध्य अगस्त से ही हड़ताल कर रहे हैं।

श्रीकाकुलम, कडप्पा, चित्तूर जैसे जिलों से सार्वजनिक एवं निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने और सत्तारूढ़ कांग्रेस के कार्यालयों पर हमले की खबरें मिली है। आंध्र प्रदेश गैरराजपत्रित अधिकारियों तथा संयुक्त आंध्र समर्थकों ने 48 घंटे के बंद का आह्वान किया है। वाईएसआर कांग्रेस ने 72 घंटे के बंद का अलग से आह्वान किया है। अनंतपुर जिले में तेदेपा एवं वाईएसआर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच संघर्ष हुआ। तेदेपा विधायक परिताला सुनीता ने आरोप लगाया कि वाईएसआर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के दौरान उन्हें रोकने का प्रयास किया और उन पर पथराव भी किया।

फैसले के मद्देनजर केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश के रायलसीमा और तटवर्ती आंध्र क्षेत्रों में पुलिस को हाई अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों ने बताया कि इस मुद्दे पर संभावित विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पुलिस को सभी एहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।

तेलंगाना गठन को मंत्रिमंडल से हरी झंडी मिलते ही सरकार के अंदर ही इसका जबरदस्त विरोध शुरू हो गया है। केंद्रीय पर्यटन मंत्री चिरंजीवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मानव संसाधन विकास मंत्री पल्लम राजू ने भी इस्तीफे की पेशकश की है। सीमांध्र से कांग्रेस के तीन सांसद अरुण कुमार, अनंत रेड्डी और सब्बम हरी ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।

केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बैठक दो घंटे तक चली। शिंदे ने कहा कि मंत्रिमंडल ने आंध्र प्रदेश का विभाजन कर पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि मंत्रियों का एक समूह भारतीय संघ में 29वें राज्य के गठन के संबंध में तौर-तरीकों पर अध्ययन करेगा।

उन्होंने कहा कि हैदराबाद शहर अगले 10 वर्षों तक दोनों प्रदेशों आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी बना रहेगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस कार्य समिति ने 30 जुलाई को आंध्रप्रदेश को विभाजित कर पृथक तेलंगाना राज्य गठित करने का निर्णय लिया था।

First Published: Friday, October 4, 2013, 09:46

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