Last Updated: Sunday, October 13, 2013, 19:14

दतिया (मप्र) : मध्य प्रदेश के दतिया जिले में रतनगढ़ स्थित देवी मंदिर में नवरात्रि पर्व के अंतिम दिन रविवार को श्रद्धालुओं में भगदड़ मचने से 89 व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी जबकि 100 से अधिक घायल हो गये। मरने वालों में 31 महिलायें और 17 बच्चे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्वाचन आयोग की सहमति से घटना की न्यायिक जांच और हताहतों को आर्थिक सहायता की घोषणा की है।
चम्बल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डी के आर्य ने बताया कि रतनगढ़ मंदिर जाने वाले मार्ग पर स्थित सिंध नदी का पुल टूटने की अफवाह के चलते भगदड़ मच गयी जिससे 89 व्यक्तियों की मृत्यु हो गयी जबकि 100 से अधिक घायल हो गये। मरने वालों में 31 महिलाएं, 41 पुरुष एवं 17 बच्चे हैं।
उन्होने कहा कि प्राथमिक सूचनाओं में कहा गया था कि कुछ श्रद्धालुओं ने मंदिर में दर्शन की ‘लाइन’ को तोड़कर आगे जाने का प्रयास किया, जिससे उन पर काबू पाने के लिए पुलिस द्वारा हलका बल प्रयोग करने से यह भगदड़ मची।
उधर, मुख्यमंत्री निवास के अधिकारियों ने भोपाल में बताया कि मुख्यमंत्री चौहान ने निर्वाचन आयोग से मंजूरी लेकर घटना की न्यायिक जांच कराने और मारे गए लोगों के परिवारों को डेढ़-डेढ़ लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये और अन्य घायलों को पच्चीस-पच्चीस हजार रुपये की तात्कालिक मदद की घोषणा राज्य शासन की ओर से की है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ‘राहुल’ ने मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख का मुआवजा देने की मांग की है।
भाजपा की वरिष्ठ नेता एवं प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती कल पूर्वान्ह दिल्ली से ग्वालियर होते हुए रतनगढ़ पहुंचेंगी। ग्वालियर में वह अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात करेंगी तथा रतनगढ़ में हालात का जायजा लेंगी।
डीआईजी आर्य ने बताया कि मंदिर पहुंच मार्ग पर वाहनों के लगे लंबे जाम को हटाया जा रहा है और इस समय एक ओर का रास्ता खोल दिया गया है, जिससे घायलों को अस्पतालों में ले जाने का काम शुरू हो चुका है तथा राहत एवं बचाव दल और सामग्री वहां तक पहुंचने लगी है।
उन्होने कहा कि घटनास्थल पर अब हालात काबू में हैं तथा युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य चल रहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने शाम को बताया कि घटना की अद्यतन जानकारी लेने और राहत एवं बचाव कार्य की निगरानी करने के लिए राज्य शासन के मुख्य सचिव एंटोनी डिसा तथा पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे हेलीकाप्टर से घटनास्थल के लिए भोपाल से रवाना हुए हैं।
घटनास्थल से ‘भाषा’ संवाददाता ने बताया कि सिंध नदी के पुल पर इस समय नदी से निकाले गए शव रखे हैं और लापता लोगों के परिजन उनमें अपनों को ढूंढ रहे हैं।
डीआईजी ने बताया कि भगदड़ के बाद पथराव कर रही उग्र भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हलका बल प्रयोग करना पड़ा। पथराव की वजह से एक अनुविभागीय अधिकारी पुलिस (एसडीओपी) को गंभीर चोटें आई हैं, जबकि कुछ पुलिसकर्मी भी इसमें घायल हुए हैं।
प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रतनगढ़ मंदिर में भगदड़ की घटना पर गहरा शोक प्रकट किया है। राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने भगदड़ की वजह से घायल श्रद्धालुओं को तत्काल उचित उपचार मुहैया कराने और राहत एवं बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 13, 2013, 12:15