Last Updated: Tuesday, December 24, 2013, 20:25

नई दिल्ली : बीजेपी ने मंगलवार को आरोप लगाया कि दिल्ली में कांग्रेस और आप के बीच सरकार बनाने को लेकर हुआ तालमेल एक तरह से दोनों के लिए परस्पर सहूलियत वाला कदम है क्योंकि कांग्रेस को लोकसभा चुनावों के साथ फिर विधानसभा चुनाव होने की स्थिति में अपना आधार और भी खोने का डर है वहीं आप को आशंका है कि कहीं उसके विधायक छोड़कर नहीं चले जाएं।
नई सरकार ज्यादा दिन नहीं चल पाने का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष अरुण जेटली ने कहा कि कांग्रेस और आप दोनों ने खुद के हित के लिए राजनीतिक तालमेल किया है। दोनों एक दूसरे को मात देना चाहते हैं। कांग्रेस चाहती है कि आप कुछ गल्तियां करे ताकि वह खुद की स्थिति उबार ले और चुनाव करा सके। उन्होंने एक लेख में लिखा है कि कांग्रेस ने अपमानित होना स्वीकार किया है और सरकार के लिए आप का समर्थन करके उसकी बी-टीम बन गई है।
जेटली ने आरोप लगाया कि दिल्ली में सरकार बनाने को आतुर आप को राष्ट्रीय मौजूदगी बनानी होगी। इसके लिए आप ने एक ‘हास्यास्पद जनमत संग्रह’ किया और कांग्रेस का समर्थन नहीं लेने की अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट गई। उन्होंने कहा कि इन चुनावों में कांग्रेस स्पष्ट तौर पर पराजित है जिसे केवल आठ सीटें मिलीं। जेटली ने कहा कि कांग्रेस दोबारा चुनाव नहीं चाहती। उसे उबरने के लिए सांस लेने का वक्त चाहिए। अगर दिल्ली में कोई सरकार नहीं बनती तो लोकसभा चुनावों के साथ फिर से विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। इस स्थिति में मोदी फैक्टर भी नतीजों पर असर डालेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पुन: चुनाव की स्थिति में मतदाताओं का भाजपा और आप के बीच ध्रुवीकरण हो जाएगा और कांग्रेस की हालत और बुरी हो जाएगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 24, 2013, 20:25