Last Updated: Wednesday, January 8, 2014, 19:19

नई दिल्ली : आम आदमी पार्टी के कौशांबी स्थित मुख्यालय पर बुधवार को पूर्वाह्न हुए हमले के कुछ ही घंटे बाद मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उपद्रवी तत्वों के मकसद पर सवाल उठाया और हैरत जताई कि क्या वे उन्हें और प्रशांत भूषण को मारना चाहते थे क्योंकि भूषण ने कश्मीर पर टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा कि चलिये, हम यह मान लेते हैं कि प्रशांत भूषण ने वाकई कुछ आपत्तिजनक बात कही है। लिहाजा वे क्या चाहते हैं। क्या वे प्रशांतजी को मारना चाहते हैं। केजरीवाल ने कहा कि हमने अपनी पार्टी का रूख स्पष्ट कर दिया है तथा उन्होंने (भूषण) भी कई बार कहा है कि उनकी राय को गलत ढंग से पेश किया गया। उन्होंने यहां तक कहा था कि वह जनमत संग्रह नहीं चाहते।
केजरीवाल ने यह भी कहा कि, क्या वे मुझे भी मारना चाहते हैं। कश्मीर पर अपना रूख दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वह भारत का अभिन्न अंग है तथा कोई भी इसे देश से अलग नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में सेना की तैनाती का मामला आतंरिक सुरक्षा आकलन के आधार पर सरकार तय करती है। ऐसे फैसलों में स्थानीय जनता की भावनाओं का सम्मान किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जनमत संग्रह से मुद्दे का समाधान नहीं निकाला जा सकता है। केजरीवाल ने यह भी कहा कि कोई भी भगवान ऐसी सेना नहीं बना सकता जो लोगों के घरों और कार्यालयों पर हमला करे। यह भगवान राम के सिद्धांतों के विरूद्ध है। मैं भी एक हिंदू हूं।
दक्षिणपंथी समूह हिन्दू रक्षा दल के कार्यकर्ताओं ने आज आप मुख्यालय पर हमला कर तोड़फोड़ की। यह हमला कश्मीर में जनमत संग्रह के बारे में भूषण की टिप्पणी के खिलाफ प्रदर्शन के तौर पर हुआ। आप कार्यालय के बाहर करीब 40 कार्यकर्ताओं ने गमले तोड़े एवं पोस्टर फाड़ डाले।हमले में कांच के कुछ दरवाजों को भी तोड़ दिया गया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 8, 2014, 19:19