Last Updated: Wednesday, February 5, 2014, 12:13
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) की संस्थापक सदस्यों में से एक और पूर्व राजनयिक मधु भादुड़ी का पार्टी से मोहभंग हो चुका है। भादुड़ी को लगता है कि आप बाकी पार्टियों जैसी ही है और वास्तविक सामाजिक मुद्दों को अपने झाडू से दरकिनार कर रही है। भादुड़ी ने उस वक्त पार्टी छोड़ दी जब कानून मंत्री सोमनाथ भारती द्वारा अफ्रीकी महिलाओं के खिलाफ की गई कार्रवाई का मुद्दा उठाने पर पार्टी सदस्यों ने उन्हें अपने प्रश्नों से परेशान कर दिया। उन्होंने कहा कि आप असहमति की अनुमति नहीं देती।
पुर्तगाल की पूर्व राजदूत भादुड़ी ने बताया कि मेरा पूरी तरह मोहभंग हो चुका है। जब आप की स्थापना हुई तो मझे उम्मीद जगी थी लेकिन वे अन्य राजनीतिक दलों से कतई अलग नहीं हैं। उनकी रूचि सिर्फ हरियाणा और लोकसभा चुनावों में है। उन्होंने वास्तविक सामाजिक मुद्दे को उनकी झाड़ू से दरकिनार कर दिया है। उन्होंने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित आप नेताओं के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया है कि पार्टी के अंदर असहमति की इजाजत है।
भादुड़ी ने कहा कि उन्होंने छापा मारने से पूर्व लैंगिक न्याय पर बनी समिति से परामर्श करने की जरूरत महसूस नहीं की, जिसकी मैं सदस्य हूं। वे पूछ सकते थे कि आपकी क्या राय है। उनका कहना है कि पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति में एक भी महिला सदस्य नहीं है और राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बेहद कम महिलाएं हैं।भादुड़ी ने कहा कि पार्टी ने महिलाओं से जुड़े मुद्दे पर फैसला लिया। उन्होंने इससे पहले किस महिला से परामर्श लिया।
भादुड़ी के मुताबिक कि पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जब अपने शपथ ग्रहण समारोह में इंसानियत पर गीत गाया तो वह बड़े निष्कपट थे। लेकिन उन्होंने अफ्रीकी नागरिकों से जिस तरह बर्ताव किया, उसमें कोई इंसानियत नहीं थी। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 5, 2014, 12:13