Last Updated: Sunday, December 22, 2013, 12:57
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : दिल्ली में सरकार के गठन को लेकर आम आदमी पार्टी द्वारा कराई जा रही रायशुमारी का आज आखिरी दिन है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि सरकार गठन को लेकर सोमवार को ऐलान किया जाएगा। जहां तक मुख्यमंत्री का सवाल है तो पार्टी के विधायक तय करेंगे कि दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन होगा।
रायशुमारी पर अंतिम फैसला आने में अब कुछ घंटे शेष बचे हैं। इस रायशुमारी में करीब 90 फीसदी लोगों ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने का आदेश है और वे मुख्यमंत्री के रूप में अरविंद केजरीवाल को देखना चाहते हैं। सरकार बनाने के बाबत अंतिम फैसला सोमवार को लिया जाएगा। इंटरनेट और मोबाइल फोन पर मिले 6.80 लाख मतों में से भी ज्यादातर मत सरकार बनाने के पक्ष वाले हैं। सूत्रों के अनुसार आप ने भी सरकार गठन की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
पार्टी नेताओं का कहना है कि दिल्ली की जनता ने भले ही अपना इरादा साफ कर दिया हो, लेकिन उनका कार्यक्रम तय शेड्यूल के मुताबिक चलेगा। पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सभी जनसभाओं की वीडियो रिकॉर्डिंग भी करवाई जा रही है। अरविंद केजरवाल रविवार सुबह 11 बजे मंदिर मार्ग इलाके में पहली जनसभा करेंगे। उसके बाद वह लोदी रोड, तुगलक रोड और सरोजनी नगर इलाके में भी तीन और जनसभाएं करेंगे।
शनिवार को भी पार्टी उम्मीदवारों ने कई जनसभाएं की और लोगों से सरकार बनाने के मसले पर राय मांगी। पटपड़गंज से पार्टी के विधायक मनीष सिसौदिया ने खिचड़ीपुर धोबी घाट, खिचड़ीपुर विलेज, बंसल चौक और सुपरशाइन चौक पर जनसभाएं की। मनीष ने पहले केजरीवाल की आम जनता के नाम लिखी चिट्ठी पढ़कर सुनाई और उसके बाद लोगों से हाथ उठाकर सरकार बनाने के पक्ष और विपक्ष में अपनी राय देने के लिए कहा। यहां 90 प्रतिशत से ज्यादा लोगों ने सरकार बनाने के पक्ष में राय जाहिर की।
उधर, किरण बेदी ने जनमत संग्रह प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि आप सरकार बनाएगी तो वह विरोधियों से हाथ मिलाएगी। चुनाव बाद जनमत संग्रह कराना भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सवाल उठाना है। किरण ने कहा कि आप सरकार बनाने को लेकर ऐसी फंस गई है कि उसके नेताओं की स्थिति आगे कुआं, पीछे खाई वाली हो गई है। किरण बेदी की इस टिप्पणी पर आप के प्रवक्ता मनीष सिसोदिया ने कहा कि किरण हमारी सहयोगी रह चुकी हैं। वह अपनी बात कहने के लिए स्वतंत्र हैं। लेकिन हमारे लिए अभी चुनौती यह है कि आम लोगों से जो वादे हमने किए हैं, उन्हें पूरा किया जाए।
First Published: Sunday, December 22, 2013, 11:05