Last Updated: Friday, January 31, 2014, 09:47
ज़ी मीडिया ब्यूरोचेन्नई : सेंसर बोर्ड के सदस्यों के सुझाव पर अमल हुआ, तो तो टीवी पर जल्द ही एडल्ट कंटेंट के लिए अलग से समय निर्धारित होगा। यानी व्यस्कों के लिए एडल्ट मूवीज बिना कांट-छांट के व्यस्क दर्शक इस व्यवस्था के तहत देख सकेंगे जिसके लिए अलग से स्लॉट निर्धारित होगा। केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के सचिव बिमल जुल्का से भेंट में बोर्ड सदस्यों ने स्पेशल स्लॉट की शुरुआत की मांग की।
व्यस्क फिल्मों को टीवी प्रसारण का अधिकार देने से पहले उसके कंटेट में बदलाव कर `ए की जगह यूए या यू सर्टिफाइड किया जाता है। सर्टिफिकेशन के दौरान ये तय होता है कि फिल्म से व्यस्क कंटेंट को हटा दिया गया है और अब फिल्म को प्रसारित किया जा सकता है। देर रात का वक्त एडल्ट फिल्मों के प्रसारण के लिए तय करने के बोर्ड के प्रस्ताव पर अमल की प्रक्रिया काफी लंबी है। इसके लिए सभी संबंधित पक्षों से बात करनी होगी। उनके रुख के मुताबिक ही इस दिशा में आगे बढ़ना संभव है।
बोर्ड के एक वरिष्ठ सदस्य ने बताया कि अभी टीवी पर प्रदर्शित होने से पहले एडल्ट फिल्में सेंसर बोर्ड के पास फिर से सिर्टफिकेशन के लिए आती है। टीवी पर यू और यूए सिर्टिफिकेटवाली फिल्में ही दिखायी जाती हैं। इसके चलते एडल्ट फिल्मों से आपत्तिजनक सीन को हटाना पड़ता है। हमने सुझाव दिया है कि मंत्रालय ऐसी फिल्मों के लिए देर रात में समय निर्धारित करे। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में अभी काफी समय लग सकता है।
इसके अलावा सेंसर बोर्ड के सदस्यों ने पिछले साल दिए सर्टिफिकेशन की नई श्रेणियों के सुझाव पर फिर से गौर करने की मांग की। एक सदस्य ने कहा कि, अभी हमारे पास केवल तीन श्रेणियां हैं। यू-यूनिवर्सल व्यूइंग, यूए-उन फिल्मों को जिनमें थोड़े एडल्ट कंटेंट होते है और ए केवल एडल्टस के लिए। नए प्रस्ताव में 12 साल तक के बच्चों के लिए यू-12 और 15 साल तक के बच्चों के लिए यू-15 है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)
First Published: Friday, January 31, 2014, 09:47