Last Updated: Sunday, October 6, 2013, 18:16
नई दिल्ली : सुरक्षा एजेंसियों ने इन आशंकाओं के चलते चौकसी बढ़ा दी है कि राष्ट्रविरोधी तत्व निर्दोष मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाने एवं उन्हें इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) और सिमी जैसे आतंकवादी संगठनों में शामिल करने के लिए उत्तर प्रदेश में हाल की सांप्रदायिक हिंसा का इस्तेमाल कर सकते हैं।
कई आतंकवादी मामलों की जांच से करीबी से जुड़े रहे दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘पूर्व में हमने देखा है कि आतंकवाद के षडयंत्रकर्ता जेहादी गतिविधियों के मकसद से युवाओं को तैयार करने के लिए इस तरह की घटनाओं का इस्तेमाल करते हैं। मुजफ्फरनगर की घटना का इस्तेमाल मुस्लिम युवाओं को भड़काने के लिए किया जा सकता है।’
ऐसा विशेषतौर पर इसलिए है क्योंकि आईएम उत्तरप्रदेश से आतंकवादी गतिविधियों के लिए युवाओं की भर्ती पूर्व में करता रहा है। आईएम के सह संस्थापक यासीन भटकल की गिरफ्तारी से इस आतंकी संगठन को बड़ा झटका लगा है।
अधिकारी ने बताया कि पूर्व में गिरफ्तार किये गये आतंकवादियों ने पूछताछ करने वालों को बताया था कि किस प्रकार बाबरी मस्जिद गिराये जाने के बाद हुए दंगों और गुजरात दंगों के बारे में गढ़ी गयी कहानियां युवाओं को सुनायी गयी और उनके समक्ष विकृत तस्वीर पेश की गयी ताकि उन्हें जेहादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए तैयार किया जा सके। (एजेंसी)
First Published: Sunday, October 6, 2013, 18:16