ज्ञान प्राप्त करने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं

ज्ञान प्राप्त करने के लिए उम्र कोई बाधा नहीं

इरोड (तमिलनाडु) : तमिलनाडु में राजमार्ग विभाग के 50 वर्षीय एक कर्मचारी ने यह साबित कर दिया कि ज्ञान प्राप्त करने के लिए उम्र की कोई सीमा नहीं होती है। उसने अपने किशोर पुत्र के साथ यहां गोबीचेट्टीपलायम में एसएसएलसी (दसवीं कक्षा) की परीक्षा पास की है।

गुणसेकरण विभाग में सड़क कर्मचारी हैं और उनका पुत्र पोलावाकलिपलायम के सरकारी उच्चतर माध्यमिक स्कूल में दसवीं कक्षा का छात्र है। पिता ने प्राइवेट छात्र के तौर पर तो पुत्र ने स्कूली छात्र के तौर पर एसएसएलसी की परीक्षा दी, जिसका परिणाम कल घोषित किया गया।

इस परीक्षा में पिता 500 में 234 अंक प्राप्त कर पास हुए। जबकि पुत्र 459 अंक हासिल करने में कामयाब रहा। गुणसेकरण ने अपनी पढ़ाई मिडिल स्कूल में छोड़ दी थी। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले प्राइवेट छात्र के तौर पर आठवीं कक्षा की परीक्षा पास की थी।

उन्होंने कहा कि वह अपने पुत्र के साथ दो साल बाद 12वीं कक्षा की परीक्षा देंगे, क्योंकि वह इससे अपनी पदोन्नति के मौके बेहतर करना चाहते हैं।
(एजेंसी)

First Published: Saturday, May 24, 2014, 15:52

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