Last Updated: Sunday, January 12, 2014, 23:26
ज़ी मीडिया ब्यूरोलखनऊ : मुजफ्फरनगर दंगा और दंगा पीड़ितों के दर्द की पृष्टिभूमि में सैफई महोत्सव को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बुरे फंसे हैं। आरोप इस कदर लगा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को प्रेस कांफ्रेंस से लेकर तमाम सरकारी कार्यक्रमों में सफाई देनी पड़ रही है। रविवार को एक कार्यक्रम में अखिलेश ने आरोप लगाया कि कतिपय ताकतें राजनीतिक साजिश के तहत उनकी सरकार के अच्छे कार्यों और उपलब्धियों को नकारने का कार्य कर रही है, लेकिन वक्त आने पर उनका माकूल जवाब दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री रविवार को स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 1078 करोड़ रूपये की योजनाओं के शिलान्यास तथा 75 करोड़ रूपये की लागत के स्वास्थ्य केन्द्रों के भवन निर्माण के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने इस मौके पर 27 स्वास्थ्य कर्मियों को मोबाइल फोन वितरण कर 1.44 लाख आशा बहुओं एएनएम तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को मोबाइल फोन दिये जाने की योजना का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य किसी भी प्रदेश और देश के विकास का पैमाना है। इसके दृष्टिगत प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के लिए एमबीबीएस की 500 सीटों का इजाफा किया गया है। उन्होंने कहा कि 108 समाजवादी एम्बुलेन्स सेवा का कार्य पूर्ववर्ती सरकार में रूका हुआ था सत्ता में आते ही समाजवादी सरकार ने कुछ ही समय में इस योजना की शुरूआत की जिससे आम जनता को लाभ मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक देखकर विपक्षी पार्टियों के लोग सरकार की उपलव्धियों से घबराये हुए हैं और वे नाजायज सवाल खड़े कर रहे हैं। जनता ने समाजवादियों पर भरोसा कर उन्हें सत्ता सौंपी है और इस भरोसे को हर हालत में कायम रखा जायेगा। (एजेंसी)
First Published: Sunday, January 12, 2014, 23:26