Last Updated: Thursday, December 12, 2013, 15:23
ज़ी मीडिया ब्यूरोमुंबई: मुंबई में एक अजीब मामला सामने आया है। हुआ यह कि जब एक व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए श्मशान ले जाया जाना था ठीक उससे कुछ देर पहले ही उस व्यक्ति के शरीर में हरकते होने लगी और वह जिंदा हो उठा।
बताया जा रहा है कि सायन में एक प्राइवेट अस्पताल के एक डॉक्टर ने 58 वर्षीय चंद्रकांत गांगुर्डे को मरा हुआ घोषित कर दिया। उसके परिवार वाले मृतक समझ कर जब अस्पताल से ले जाने लगे तब चंद्रकांत के हाथ और पैर हिलने लगे।
परिवार के सदस्यों ने डॉक्टर को चंद्रकांत गांगुर्डे के जिंदा होने की बात बतायी तो काफी दबाव के बाद उसने अपनी गलती मानते हुए गांगुर्डे को दोबारा इलाज शुरु किया। सायन पुलिस मरीज के रिश्तेदारों की शिकायत पर डॉक्टर के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर पूछताछ कर रही है।
चंद्रकांत को सायन के अर्थव हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर में भर्ती कराया गया था। 6 दिनों तक इलाज के बाद मंगलवार की रात 9 बजे गांगुर्डे के परिवार को बताया गया कि उनके पिता का निधन हो गया है। इलाज कर रहे डॉक्टर ने गांगुर्डे को शवगृह में रखने की सलाह दी लेकिन बेटे ने डॉटर से अपने पिता को अस्पताल में ही रखने की गुजारिश की। उसके बाद जब अगले दिन परिवार के लोग शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने लगे तो गांगुर्डे जीवित हो गया।
First Published: Thursday, December 12, 2013, 14:10