आरजेडी में फूट से लालू यादव का इंकार, नीतीश पर साधा निशाना

आरजेडी में फूट से लालू यादव का इंकार, नीतीश पर साधा निशाना

आरजेडी में फूट से लालू यादव का इंकार, नीतीश पर साधा निशानाज़ी मीडिया ब्यूरो

नई दिल्ली : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने मंगलवार को अपनी पार्टी में फूट की खबरों से इंकार किया। साथ ही उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा और कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री राजद में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं।

लालू यादव ने कहा कि नीतीश की मानसिक हालत ठीक नहीं है और राजद के सभी विधायक एकजुट हैं। पार्टी की मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा करने के लिए आज साढ़े बारह बजे विधायकों की बैठक होने जा रही है। यह बैठक पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आधिकारिक आवास पर होगी।

इसके पहले राजद के नेताओं ने हालांकि सोमवार शाम पार्टी में किसी तरह की फूट से इंकार किया और कहा कि विधायक लालू प्रसाद यादव की नेतृत्व वाली पार्टी के साथ हैं।

विधानसभा में पार्टी के नेता अब्दुल बारी सिद्दिकी ने मीडिया से कहा, `जैसा कि दावा किया जा रहा है कि पार्टी में बगावत हो गया है, ऐसी कोई बगावत नहीं हुई है।`

राजद विधायक जावेद इकबाल अंसारी ने इससे पहले पुष्टि की कि 13 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर राजद से अपना समर्थन वापस ले लिया और नीतीश कुमार की जद यू सरकार को समर्थन देने को कहा। राजद के जिन विधायकों ने पार्टी छोड़ी है उनमें सम्राट चौधरी, राघवेन्द्र प्रताप सिंह, दुर्गा प्रसाद सिंह, ललित यादव, अनिरूद्ध कुमार, जितेन्द्र राय, अख्तर उल इस्लाम शाहिन, अख्तर उल इमान, अब्दुल गफ्फूर, फैयाज, जावेद इकबाल अंसारी, राम लखन राम रमन और चंद्रशेखर शामिल हैं।

हालांकि आरजेडी ने दावा किया है कि 13 बागी विधायकों 6 लौट आए हैं। साथ ही यह भी दावा किया गया कि कुछ और विधायक भी जल्द वापस आ सकते हैं। विधानसभा में राजद विधायक दल के नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार की अल्पमत की सरकार इस तोड़-फोड़ के पीछे शामिल है।

राजद में टूट की खबर विधायक दल के नेता अब्दुलबारी सिद्दीकी ने कहा कि नीतीश कुमार और उनकी पार्टी राजद में टूट के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के बारे में पार्टी से बाहर जाने की बात कही जा रही है उनमें से 6 विधायक लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि इस विधायकों को धोखे में रख कर कागजात पर दस्तखत करवाए गए थे। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में जनता इन सबको सबक सिखाएगी।

राजद के वरिष्ठ नेता शकुनी चौधरी के पुत्र सम्राट चौधरी ने आरोप लगाए कि लालू प्रसाद ने पिछले तीन महीने में अपनी पार्टी को कांग्रेस की बी टीम बना दिया है। चौधरी ने संवाददाताओं से कहा, जिस पार्टी ने अध्यादेश फाड़कर उन्हें जेल भेज दिया वह लालू प्रसाद के लिए आदर्श बन गई है और वह उसके नेताओं का गुणगान करते नहीं थकते। चौधरी एक सड़क पुल का उद्घाटन करने के लिए कल मुख्यमंत्री के साथ हेलीकॉप्टर में खगड़िया गए थे। उन्होंने कहा, लालू प्रसाद के लिए बेहतर है कि लोकसभा चुनावों के लिए गठबंधन करने के बजाए वह पार्टी का विलय कांग्रेस में कर लें।

यह पूछने पर लालू प्रसाद ने पहले भी कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था और पार्टी छोड़ने का कारण पूछा तो सम्राट चौधरी ने कहा कि इस बार स्थिति अलग है। बांका से राजद विधायक जावेद इकबाल अंसारी ने मुख्यमंत्री की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, भाजपा से नाता तोड़कर कुमार ने नरेन्द्र मोदी जैसे सांप्रदायिक नेता के खिलाफ लड़ने की प्रतिबद्धता दिखाई है।

यह पूछने पर कि वह किस दल में शामिल होंगे तो अंसारी ने कहा, निश्चित रूप से जद यू में ताकि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ नीतीश कुमार के हाथ मजबूत किये जा सके। राजद के 13 विधायकों के समर्थन से 238 सदस्यों वाले सदन में नीतीश कुमार सरकार की क्षमता 128 हो जाएगी जो 122 के जादुई आंकड़े से ज्यादा है। जद यू में फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी सहित 116 विधायक हैं। इसके पास कांग्रेस के चार विधायकों, चार निर्दलीय और भाकपा माले के एक विधायक का समर्थन है।

बिहार में राजद के कुल 22 विधायक हैं। दल-बदल कानून के तहत पार्टी में टूट के लिए दो तिहाई विधायकों का समर्थन जरूरी है। अलग पार्टी बनाने या दूसरी पार्टी में शामिल होने के लिए इस नए गुट को कम से कम 15 विधायकों की जरूरत होगी। (एजेंसी इनपुट के साथ)

First Published: Tuesday, February 25, 2014, 09:40

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