Last Updated: Monday, May 12, 2014, 23:50
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश के सीमांध्र क्षेत्र में नगर निकायों के चुनाव के नतीजों से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और यहां तेदेपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन तेलंगाना में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा।
आंध्र प्रदेश बनने के बाद 57 साल में 41 साल तक राज्य की कमान संभालने वाली कांग्रेस का तटीय आंध्र और रायलसीमा वाले सीमांध्र में नगर निकायों के चुनाव में सूपड़ा साफ होता दिखाई दे रहा है जिसकी मुख्य वजह है कि पार्टी को तेलंगाना बनाने के लिए खलनायक के तौर पर देखा जा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलगूदेशम पार्टी ने सीमांध्र क्षेत्र की 90 से अधिक सीटों में से 60 से अधिक नगर निकायों पर कब्जा किया है। आंध्र प्रदेश के विभाजन के कड़े विरोधी वाईएस जगनमोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस को 17 निकायों के साथ दूसरी जगह मिली है।
सीमांध्र में तेदेपा को विजयवाड़ा समेत पांच नगर निगमों पर जीत हासिल हुई वहीं वाईएसआर कांग्रेस कडप्पा समेत दो सीटों पर जीती है।
सीमांध्र में लगभग साफ हो गयी कांग्रेस को तेलंगाना की कुल 53 सीटों में से अब तक 20 से ज्यादा पर सफलता मिल गयी है। यह राज्य 2 जून से प्रभाव में आएगा।
तेलंगाना क्षेत्र में कांग्रेस ने चंद्रशेखर राव की तेलंगाना राष्ट्र समिति को पीछे कर दिया है। अगल राज्य के लिए आंदोलन में सबसे आगे रही टीआरएस को अभी तक आठ नगर पालिकाओं पर जीत हासिल हो चुकी है। तेलंगाना में तेदेपा तीन और भाजपा दो नगर पालिकाओं पर काबिज हुई है।
कई नगर निकायों पर त्रिशंकु जनादेश आया है। राज्य में 30 मार्च को 145 नगर पंचायतों और नगर पालिकाओं तथा 10 नगर निगमों के लिए मतदान हुआ था। (एजेंसी)
First Published: Monday, May 12, 2014, 23:50