Last Updated: Thursday, February 13, 2014, 22:23

हैदराबाद : तेलंगाना राज्य के गठन से जुड़े विधेयक को लेकर आगे बढ़ने के केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करते हुए आंध्रप्रदेश में सत्तारूढ कांग्रेस के तीन विधायकों ने पार्टी छोड़ दी। दूसरी ओर मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने तेलंगाना के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधा।
आंध्र विधानसभा में लेखानुदान सत्र का आज आखिरी दिन था। अगर तेलंगाना जल्द ही हकीकत का रूप ले लेता है तो शायद यह एकीकृत आंध्र प्रदेश की विधानसभा का आखिरी सत्र होगा। संसद में तेलंगाना विधेयक पेश किये जाने का मुखर विरोध करते हुए ए प्रभाकर रेड्डी, श्रीधर कृष्ण रेड्डी (दोनों नेल्लौर जिले से) और बी सत्यानंद राव (पूर्वी गोदावरी) ने आज सुबह इसकी घोषणा की। राज्य विभाजन का विरोध कर रहे सीमांध्र से कांग्रेस के कुछ और विधायकों के पार्टी छोड़ने के आसार हैं।
उधर, वाईएसआर कांग्रेस के अध्यक्ष वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने संसद में तेलंगाना विधेयक ‘जबरन पेश किए जाने’ के विरोध में कल बंद का आह्वान किया है। मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी ने आज कहा कि लोकसभा में आज हुई घटनाएं दरअसल राज्य बंटवारे के मुद्दे से निपटने में केंद्र द्वारा बरती गयी ‘लापरवाही’ का नतीजा है। लोकसभा में आज कुछ सांसदों द्वारा किए गए हंगामे को ‘बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए रेड्डी ने कहा कि केंद्र ने शुरू से राज्य बंटवारे के मुद्दे को हल्के में लिया और हर चरण में लापरवाही की। मौजूदा हालात उसी लापरवाही का नतीजा हैं। उसे यह समझना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, February 13, 2014, 22:23