Last Updated: Saturday, January 4, 2014, 18:39
हैदराबाद : आंध्र प्रदेश विधानसभा में आज का दिन हंगामे भरा रहा और राज्य के विभाजन के मुद्दे पर तेलंगाना तथा सीमांध्र के विधायकों ने साथ मिलकर इतना शोरगुल किया कि सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।
लगातार दूसरे दिन सदन को बिना कोई काम किए स्थगित करना पड़ा क्योंकि सीमांध्र क्षेत्र के तेलुगू देशम और वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों ने आंध्र प्रदेश पुनर्गठन विधेयक-2013 के मसौदे को वापस लेने की मांग को लेकर अध्यक्ष के आसन के पास हंगामा किया।
इसी बीच तेलंगाना राष्ट्र समिति के विधायक विधेयक की मांग को लेकर अध्यक्ष के आसन के पास आ गए और उसपर चर्चा कराने की मांग करने लगे। पहले सदन को दो बार एक-एक घंटे के लिए स्थगित किया गया था लेकिन बाद में पीठासीन अध्यक्ष मल्लु भाटी विक्रमरका ने कार्यवाही को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
दिन में अध्यक्ष नदेन्दला मनोहर ने सभी दलों के नेताओं से अपील की थी कि वे अपने सदस्यों को समझाएं ताकि सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चल सके, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। विधानसभा अध्यक्ष ने राज्य के विभाजन के मुद्दे पर चर्चा के लिए तेदेपा और वाईएसआरसी द्वारा लाए गए दो स्थगन प्रस्ताव खारिज कर दिए और प्रश्नकाल शुरू करने को कहा। लेकिन हंगामा जारी रहने के कारण मनोहर ने सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी। सदन की बैठक सुबह नौ बजे शुरू हुई और पांच मिनट से भी कम समय में स्थगित हो गयी।
बैठक फिर शुरू होने पर टीआरएस के विधायक विधानसभा अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और उन्होंने हाथों में तख्तियां लहराते हुए नारेबाजी की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने सदस्यों से कार्यवाही चलने देने की अपील की लेकिन विधायकों ने इसपर ध्यान नहीं दिया और सदन दोबारा एक घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया। तेलंगाना विधेयक पर बहस के लिए दो हफ्ते के अंतराल के बाद कल विधानसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई थी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, January 4, 2014, 18:39