Last Updated: Friday, May 23, 2014, 15:44
नई दिल्ली : सरकारी प्रश्रय के अभाव में बनारस घराने की मौजूदा स्थिति से चिंतित कलाकारों ने अपने सांसद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजारिश की है कि वे दुनिया को नामचीन फनकार देने वाले इस प्राचीन शहर को संगीत का बड़ा केंद्र बनाएं ताकि शहर की सांस्कृतिक पहचान बरकरार रह सके।
भारत रत्न शहनाई वादक बिस्मिल्लाह खान, सितार वादक पंडित रविशंकर और ठुमरी गायिका गिरिजा देवी जैसे कलाकार देने वाले बनारस में संगीत अकादमी के अभाव में बनारसी घराने से बड़े कलाकार अब निकल नहीं पा रहे हैं। गिरिजा देवी, लोकसभा चुनाव में मोदी के प्रस्तावक रहे शास्त्रीय गायक पंडित छन्नूलाल मिश्रा और बिस्मिल्लाह खान के परिवार ने उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री इस दिशा में पहल करेंगे।
पद्मभूषण से नवाजी गई बनारस घराने की मशहूर शास्त्रीय गायिका गिरिजा देवी ने कहा कि मैं पिछले 50 साल से कह रही हूं कि बनारस में संगीत अकादमी बनाने के लिये मुझे जमीन दी जाये लेकिन मेरी बात किसी ने नहीं सुनी। यदि मुझे मदद मिलती तो मैं बनारस को संगीत का ऐसा केंद्र बनाती जिसे दुनिया देखने आती। कोलकाता स्थित आईटीची संगीत रिसर्च अकादमी में संगीत की शिक्षा देने वाली इस 85 वर्षीय गायिका ने कहा कि अभी भी मौका दें तो सब कुछ छोड़कर काशी आ जाउंगी। अगर बनारस में अकादमी होती तो मैं कोलकाता जाती ही क्यों। तीन साल पहले गुजरात सरकार का तानारिरी पुरस्कार पाने वाली इस गायिका को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी बनारस के संगीत और साहित्य पर भी ध्यान देंगे। उन्होंने कहा कि मैं उनसे मिलना चाहूंगी और इस बारे में बात करूंगी। वहीं पंडित मिश्रा ने भी उनके सुर में सुर मिलाते हुए बनारस में संगीत अकादमी खोलने की मांग की। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 23, 2014, 15:44