Last Updated: Tuesday, February 4, 2014, 20:13

नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यहां अरूणाचल प्रदेश के छात्र नीडो तानिया की हत्या के दुर्भाग्यपूर्ण मामले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की और पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ नस्लीय भेदभाव रोकने के कदमों का ऐलान किया।
दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों लोगों के बीच पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा पहले ही मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे चुकी है और उसके आधार पर हमले के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ जरूरी कार्रवाई की जाएगी।
केजरीवाल ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। यह सिर्फ पूर्वोत्तर के लोगों की लड़ाई नहीं है बल्कि यह हमारी लड़ाई है। हम सब को इससे (नस्लीय भेदभाव) लड़ना है।’ एक निजी यूनिवर्सिटी में पहले वर्ष के छात्र रहे नीडो की लाजपत नगर इलाके में लोगों के एक समूह द्वारा की गई कथित पिटाई के बाद मौत हो गई थी।
केजरीवाल ने जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों से कहा, ‘मैंने टीवी पर खबर देखी। एक घंटे के अंदर हमने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए...हमने किसी दबाव में इसका आदेश नहीं दिया। कुछ लोगों ने मुझे लिखा कि जब पुलिस पहले ही मामले की जांच कर रही है तो हमें एक और जांच का आदेश देने की क्या जरूरत थी।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं उनसे कहा कि दिल्ली पुलिस ऐसा पक्ष है जिसका कुछ हित है। यह आरोपियों में से एक है। दिल्ली पुलिस स्वतंत्र जांच नहीं कर सकती। लिहाजा, हमने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए।’’ दिल्ली सरकार ने 31 जनवरी को नीडो की मौत की जांच के आदेश दिए थे।
केजरीवाल ने कहा, ‘जांच 3-4 हफ्ते में पूरी हो जाएगी। यदि कोई पुलिसकर्मी इसमें शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’ बिना किसी का नाम लिए केजरीवाल ने प्रदर्शनकारियों से मिलने वाले और मामले में कार्रवाई का इरादा जाहिर करने वाले ‘नेताओं’ पर वादे करने का आरोप लगाया।
केजरीवाल ने कहा, ‘यहां जो भी ‘नेता’ आ रहे हैं। वे कहते हैं कि यह किया जाएगा, वह किया जाएगा। यह नहीं चलेगा। इस बार इंसाफ होगा। यदि इस मामले में इंसाफ नहीं हुआ तो भविष्य में भी न्याय नहीं होगा।’ उन्होंने कहा, ‘मैं खुद को कभी भी मुख्यमंत्री नहीं मानता। मैं एक आम आदमी हूं। हमें साथ काम करने की जरूरत है। ऐसे भेदभाव को खत्म करने के लिए हमने जो भी बन पड़ेगा, हम करेंगे।’
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शनकारियों से मुलाकात की थी और उन्हें आश्वासन दिया था कि सरकार सुनिश्चित करेगी कि उन्हें आदर एवं न्याय मिले। प्रदर्शन के दौरान केजरीवाल के साथ उनकी सरकार में मंत्री मनीष सिसोदिया भी थे। उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ भेदभाव रोकने और जागरूकता पैदा करने के लिए सुधारवादी कदम उठाएगी।
सिसोदिया ने कहा, ‘दिल्ली के स्कूलों के पाठ्यक्रम में पूर्वोत्तर भारत के इतिहास पर अध्याय होंगे।’ सिसोदिया ने कहा, ‘दिल्ली सरकार पूर्वोत्तर के लोगों के लिए एक समिति बनाएगी। हम उस समिति को अधिसूचित करेंगे। यह दिल्ली सरकार की आधिकारिक समिति होगी। उसमें आप सुझाव देंगे, हम उन सुझावों को अमल में लाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में शिक्षा विभाग लोगों को बताएगा कि किसी भारतीय का आदर कैसे करें।’
केजरीवाल ने पुलिसकर्मियों को लोगों के प्रति संवेदनशील बनाने के लिए आपराधिक न्याय प्रणाली में सुधार की जरूरत पर जोर दिया। प्रदर्शन के दौरान मौजूद रहे केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री पवन सिंह घाटोवार ने प्रदर्शनकारी छात्रों को पूरी मदद देने का आश्वासन दिया। घाटोवार ने कहा, ‘मैं मंत्री रहूं न रहूं पर मैं इस लड़ाई में आपके साथ हूं।’ (एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 4, 2014, 20:13