Last Updated: Friday, February 21, 2014, 19:31
डिंडौरी: मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले में एक दुल्हन वैवाहिक रस्मों के दौरान ही मां बन गई। बात बगैर दुल्हन के लौटने तक जा पहुंची मगर दूल्हे की जिद के आगे सभी को झुकना पड़ा और बाद में बारात हंसी-खुशी दुल्हन के साथ दहेज में नए मेहमान को लेकर विदा हुई।
डिंडौरी जिले के मानसिंह बारात लेकर बुधवार को अजवार गांव पहुंचा। बारात पहुंचने पर वैवाहिक रस्मों का दौर चल रहा था, तभी खबर आई कि दुल्हन को प्रसव हुआ है। इसके चलते दोनों पक्ष सकते में आ गए। मान सिंह के परिवार के सदस्य बगैर बारात के लौटने की तैयारी करने लगे। इस पर दुल्हन पक्ष ने उनसे काफी मन्नतें की, मगर वे राजी नहीं हुए।
दुल्हन के मां बनने से दूल्हा पक्ष के लोग लौटने की तैयारी में थे कि तभी दूल्हे मान सिंह ने ऐसा करने से मना कर दिया। मान सिंह का कहना था कि उसे इस बात का पता था कि उसकी होने वाली पत्नी गर्भवती है। दोनों का मिलना-जुलना शादी से एक वर्ष पहले से चल रहा था।
दूल्हे की जिद के आगे बारातियों को झुकना पड़ा, मगर वैवाहिक रस्म एक दिन के लिए रोक दी गई। गुरुवार को शेष रस्म पूरी हुई और बारात शुक्रवार को खुशनुमा माहौल में दुल्हन और नवजात शिशु के साथ अपने घर लौटी।
मान सिंह के चाचा छोटे लाल का कहना है कि दुल्हन के बच्चे को जन्म देने के बाद भी शादी इसलिए की, क्योंकि यह बात दोनों पक्ष के इज्जत से जुड़ा हुआ था। लिहाजा वे शादी करने के बाद खुश हैं।
अमूमन जनजातीय वर्ग में शादी के तय होते ही लड़के और लड़की के मिलने-जुलने का दौर शुरू हो जाता है। इसे बुरा भी नहीं माना जाता, मगर यह पहला मौका है जब दुल्हन वैवाहिक रस्मों के दौरान ही मां बन गई।
वैवाहिक रस्मों के बीच दुल्हन के मां बनने के चलते उपजे विवाद के दौरान दूल्हे मान सिंह की जिद ने एक लड़की की जिंदगी बर्बाद होने से बचा ली और इस कहानी का सुखद अंत हुआ। (एजेंसी)
First Published: Friday, February 21, 2014, 15:16