Last Updated: Tuesday, December 24, 2013, 23:44
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: दिल्ली में सरकार बनाने से पहले आम आदमी पार्टी में बगावत शुरू हो गया है। खबर है कि लक्ष्मीनगर से विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने मंत्री पद नहीं मिलेने से पार्टी में बगावत कर दिया है। इससे नाराज बिन्नी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के भावी मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर पहुंचे और कुछ मिनट मुलाकात कर गुस्से में बाहर निकल गए। उसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह कल बहुत बड़ा खुलासा करेंगे। आम आदमी पार्टी कल दिल्ली में सरकार बनाएगी। अरविंद केजरीवाल समेत कई मंत्री कल शपथ लेंगे। विनोद कुमार बिन्नी ने कांग्रेस के दिग्गज नेता ए के वालिया को करीब 8 हजार वोटों हराया, वे दो बार पार्षद रह चुके हैं। जब पार्टी नेता मनीष सिसोदिया से बिन्नी की नाराजगी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, हमें नहीं मालूम वे क्यों नाराज हैं, बैठक में उन्होंने कुछ नहीं कहा।
आप को आज इस मामले में शर्मसार होना पड़ा कि उन्हीं की पार्टी के एक नवनिर्वाचित विधायक ने सरकार में शामिल नहीं करने पर अपना असंतोष सार्वजनिक कर दिया है। सरकार को अंतिम स्वरूप देने के प्रयास ऐसे दिन किए गए जबकि कांग्रेस में आप को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने के मुद्दे पर भारी मतभेद सामने आए। बहरहाल, देर रात कांग्रेस सूत्रों ने इन खबरों को विराम देते हुए कहा कि वह फिलहाल समर्थन वापस नहीं लेगी।
उधर केजरीवाल के बृहस्पतिवार को शपथ लेने की संभावना है। उन्होंने छह मंत्रियों की सूची उप राज्यपाल नजीब जंग को भेजी है। इनमें पटपड़गंज विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले पूर्व पत्रकार सिसोदिया के अलावा राखी बिड़ला, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, गिरिश सोनी और सतेन्द्र जैन शामिल हैं । इस चुनाव में राखी बिड़ला ने लोक निर्माण विभाग मंत्री राजकुमार चौहान और सोमनाथ भाटी ने महिला एवं बाल विकास मंत्री किरण वालिया को हराया था। ऐसा माना जा रहा है कि इन लोगों के विभागों को बंटवारा शपथ ग्रहण के बाद तय कर दिया जाएगा।
इन नामों का खुलासा करते हुए सिसोदिया ने असंतोष होने की बात से इनकार किया। उन्होंने कहा कि अपनी टीम का चुनाव करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। बहरहाल, पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस पृष्ठभूमि से दिल्ली नगर निगम में तीन बार पाषर्द रह चुके कुमार बिन्नी कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने के कारण नाराज हैं। केजरीवाल से उनके आवास पर मिलने गए बिन्नी बैठक के बीच में ही उठ कर चले गए और उन्होंने मीडिया को बताया कि वह कल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इससे पार्टी की स्थिति शर्मसार हो सकती है।
सूत्रों ने बताया कि उन्हें शांत करने के लिए योगेन्द्र यादव सहित कई नेता प्रयास कर रहे हैं। इस बात को लेकर अटकलें लगायी जा रही हैं कि बिन्नी को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका बंटे हुए सदन में काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। इस बीच, समझा जाता है कि केजरीवाल ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजेन्द्र कुमार को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाने का निर्णय किया है। केजरीवाल की तरह 47 वर्षीय कुमार भी आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्र हैं। वह फिलहाल उच्च शिक्षा सचिव हैं। कुमार ने यहां केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की। मुख्य सचिव डी एम सपोलिया ने भी केजरीवाल से मुलाकात की। इन्हें शिष्टाचार भेंट बताया गया। बिड़ला, भारती, जैन एवं सोनी ने भी केजरीवाल से मुलाकात की।
केजरीवाल करेंगे सबसे युवा मंत्रिमंडल का नेतृत्व छब्बीस साल की राखी बिडला हो चाहे 41 वर्षीय मनीष सिसौदिया, दिल्ली मंत्रिमंडल अब तक का सबसे युवा कैबिनेट होगा। इसमें शामिल होने वाले मुख्यमंत्री सहित सभी मंत्री पहली बार विधायक बने हैं। ऐसी उम्र में जब युवा अपने करियर की राह तलाश रहे होते हैं उसी उम्र की बिड़ला केजरीवाल के मंत्रिमंडल में सिर्फ युवा मंत्री ही नहीं बल्कि एकमात्र महिला चेहरा भी होंगी।
बिड़ला ने चार बार के विधायक और शीला दीक्षित सरकार में पीडब्लूडी मंत्री राजकुमार चौहान को मंगोलपुरी से करीब 10,500 वोट से हराया।
केजरीवाल के विश्वस्त सहयोगी मनीष सिसौदिया 2011 में जनलोकपाल विधेयक के लिए अन्ना हजारे के आंदोलन के दौरान चर्चा में आए। पत्रकार से कार्यकर्ता और फिर नेता बने सिसौदिया ने भाजपा के नकुल भारद्वाज को पटपड़गंज से 11,000 वोटों से हराया।
First Published: Tuesday, December 24, 2013, 19:08