Last Updated: Tuesday, March 4, 2014, 15:36

लखनऊ : उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने राज्य की सपा सरकार पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए मंत्रियों और अधिकारियों को 10 दिन के अंदर अपना रवैया सुधारने की हिदायत दी और अपने मुख्यमंत्री पुत्र अखिलेश यादव को चापलूसों से दूर रहने की ताकीद की।
यादव ने यहां बिजली विभाग की विभिन्न परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास के मौके पर कहा ‘मैंने राज्य सरकार के मंत्रियों के कामकाज की अभी समीक्षा नहीं की है लेकिन कौन क्या कर रहा है, मुझे सब पता है। मंत्रियों और अधिकारियों 10 दिन में सुधार कर लो।’ उन्होंने किसी का नाम लिये बगैर कहा ‘पार्टी बड़ी होती है, सरकार नहीं। यहां सरकार तो पार्टी को कमजोर कर रही है। कुछ लोग हमें धोखा देने की कोशिश कर रहे हैं और सोचते हैं कि वे मंत्री बने रहेंगे।’
सपा प्रमुख ने समारोह में मौजूद नगर विकास मंत्री से मजाकिया लहजे में कहा ‘आजम साहब, आपकी सरकार में चापलूसी का जमाना ज्यादा चल रहा है।’ उन्होंने अपने मुख्यमंत्री पुत्र अखिलेश यादव से कहा ‘आप चापलूसी में मत फंसिये। सर-सर सुनने के आदी हो गये हैं आप। चापलूसों के चक्कर में फंसने वालों का अंजाम अच्छा नहीं होता है।’ इस पर खां ने मजाकिया लहजे में सफाई दी कि सरकार सपा प्रमुख के दिशानिर्देशों के हिसाब से ही चल रही है। उन्होंने कहा ‘‘अब तो कब्र में जाना ही बाकी रह गया है। बाकी सारी जिंदगी तो आपके नाम कर दी।’ यादव ने कहा कि अधिकारी सरकारी पत्रावलियों को अपने पास रोकने के बजाय उन पर त्वरित निर्णय लें। सरकार कम से कम सड़क, बिजली और पानी का इंतजाम जल्द से जल्द करे। यह कोई मुश्किल काम नहीं है।
इस मौके पर 3926 करोड़ रुपए की बिजली परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया गया । इसके अलावा इस अवसर पर 1361 मेगावाट विद्युत क्रय के अनुबंध पत्र का हस्तान्तरण किया गया। साथ ही श्रीनगर में जीवीके पनबिजली परियोजना का लोकार्पण, बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिये एसएमएस प्रणाली की शुरुआत तथा आजमगढ़ और लखीमपुर खीरी में कृषि महाविद्यालय भवनों का शिलान्यास किया गया।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मौके पर कहा कि आने वाले वक्त में जनता को सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा के काम के आकलन का अवसर मिलेगा। उसके मन में सपा की तस्वीर सबसे अलग होगी।
उन्होंने कहा कि पिछले दो साल में बिजली के क्षेत्र में जो काम हुए हैं वे पहले कभी नहीं हुए। इस सरकार ने अपने चुनाव घोषणापत्र को योजनाओं के रूप में जमीन पर उतारकर दिखाया है। आज श्रीनगर पनबिजली परियोजना की शुरुआत हुई है। इससे उत्पादित होने वाली बिजली का 88 प्रतिशत हिस्सा उत्तर प्रदेश को मिलेगा और अप्रैल के पहले हफ्ते में राज्य को ज्यादा बिजली मिलना शुरू हो जाएगी। अखिलेश ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि वर्ष 2016 तक गांवों में 16 से 18 घंटे और शहरों में 22 से 24 घंटे बिजली मिलना शुरू हो जाए।
कृषि मंत्री आनन्द सिंह ने लखीमपुर खीरी तथा आजमगढ़ में बनाए जाने वाले कृषि महाविद्यालयों का जिक्र करते हुए कहा कि उनके पाठ्यक्रम में कृषि की नयी तकनीक तथा विधाओं को भी शामिल किया जाएगा। उन्होंने कुछ आंकड़े देते हुए कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी गुजरात के विकास के बारे में बढ़चढ़कर प्रचार कर रहे हैं जबकि सचाई यह है कि उत्तर प्रदेश गुजरात से किसी भी मायने में पीछे नहीं है।
सिंह ने कहा कि वर्ष 1995 से 2003 तक प्रदेश में भाजपा और बसपा की सरकार रही। उसके बाद 2007 से 2012 तक बसपा की सरकार रही। सपा को इससे पहले सिर्फ साढ़े चार साल सरकार चलाने का मौका मिला। चौदह साल तक बसपा और भाजपा का शासन रहा लेकिन प्रदेश के पिछड़ेपन का ठीकरा सपा के सिर फोड़ा जाता है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 4, 2014, 15:08