Last Updated: Wednesday, December 25, 2013, 18:02
नई दिल्ली : दिल्ली बुधवार को बड़े दिन के जश्न में डूब गई। पुरुष, महिलाएं और बच्चे सजे-धजे गिरजाघरों में आधी रात से ही प्रार्थना के लिए जमा होने लगे थे। उन्होंने ईसा मसीह की याद में भक्ति गीत गाए और क्रिसमस के त्योहार का आनंद में सराबोर हो गए।
गौरतलब है कि 24 दिसंबर से 6 जनवरी के बीच बड़ा दिन मनाया जाता है। गिरजाघरों में आधी रात से जश्न का दौर शुरू होने के साथ ही घंटियों की आवाजें गूंजने लगी थीं, श्रद्धालू प्रार्थना के लिए इकट्ठा होने लगे थे और पादरी क्रिसमस का संदेश देने लगे थे। दमकते क्रिसमस ट्रीज और रंग-बिरंगे तोहफों से गुलजार बाजारों के बीच क्रिसमस का लुत्फ लेने वाले लोग गिरजाघरों में प्रार्थना के लिए गए।
बड़ी तादाद में गैर-ईसाइयों को भी क्रिसमस की तैयारियों में शरीक देखा गया। वे भी इस मौके पर बेकरियों में केक और कूकीज खरीदते नजर आए। अपने परिजन, दोस्तों और करीबियों को क्रिसमस से जुड़े शुभकामना संदेश भेजने के लिए लोगों ने व्हाट्सएप्प, फेसबुक और संचार के अन्य आधुनिक साधनों का इस्तेमाल किया। क्रिसमस से जुड़े सामान रखने वाली दुकानों और मॉलों में खरीदारी करने वालों की भारी भीड़ देखी गई। इन दुकानों से क्रिसमस के लिए खास तौर पर तोहफे खरीदे जा रहे थे। क्रिसमस का जश्न मनाने के लिए बड़ी तादाद में लोग कनॉट प्लेस और इंडिया गेट में भी देखे गए। गिरजाघरों में पारंपरिक तरीके से ईसा मसीह के लिए गाए जा रहे भक्ति गीत के अलावा ‘जिंगल बेल्स’, ‘ओह होली नाइट’ और ‘सैंटा क्लॉज इज कमिंग टु टाउन’ सरीखे गानों से भी माहौल खुशनुमा हो गया। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, December 25, 2013, 18:02