बिन्नी ने दिल्ली सरकार से समर्थन लिया वापस, AAP ने नहीं दी तवज्जो

बिन्नी ने दिल्ली सरकार से समर्थन लिया वापस, AAP ने नहीं दी तवज्जो

बिन्नी ने दिल्ली सरकार से समर्थन लिया वापस, AAP ने नहीं दी तवज्जोनई दिल्ली : निष्कासित AAP विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने आज दिल्ली सरकार से समर्थन वापिस लेने का ऐलान किया और अरविंद केजरीवाल को एक भ्रष्ट व्यक्ति से ‘‘ज्यादा खतरनाक’’ बताया, जो ‘‘झूठ’’ बोल रहे हैं और लोगों को ‘‘धोखा’’ दे रहे हैं।

बिन्नी के समर्थन वापस लेने से आम आदमी पार्टी के पास 37 विधायकों का समर्थन बचा है, जो 70 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के 36 के आंकड़े से एक ज्यादा है। आप सरकार को कांग्रेस के आठ विधायक, जनता दल यू का एक विधायक और एक निर्दलीय विधायक बाहर से समर्थन दे रहे हैं।

बिन्नी ने कहा, ‘‘आज मैं उप राज्यपाल नजीब जंग को केजरीवाल सरकार से समर्थन वापस लेने के बारे में लिख रहा हूं। केजरीवाल एक भ्रष्ट व्यक्ति से ज्यादा खतरनाक हैं। वह सिर्फ दिल्ली के लोगों से ही नहीं बल्कि पूरे देश से झूठ बोल रहे हैं और उन्हें धोखा दे रहे हैं।

बिन्नी के फैसले के बारे में पूछने पर आप ने स्पष्ट किया कि इसका सरकार अथवा पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। आप प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा, ‘‘बिन्नी के कदम से न तो सरकार पर और न ही पार्टी पर कोई असर पड़ेगा।’’ बिन्नी ने कहा कि वह जन लोकपाल विधेयक की मंजूरी के समय विधानसभा में सरकार का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘अगर सरकार अन्ना हजारे का जन लोकपाल विधेयक विधानसभा में मंजूरी के लिए लाती है, मैं उनका समर्थन करूंगा।’’

बिन्नी को 26 जनवरी को ‘‘अनुशासनहीनता’’ के आरोप में निष्कासित कर दिया गया था। इससे दस दिन पहले बिन्नी ने केजरीवाल को ‘‘तानाशाह’’ बताया था और पार्टी पर अपने चुनावी वादों से पीछे हटते हुए दिल्ली की जनता के साथ ‘‘विश्वासघात’’ करने का आरोप लगाया था। लक्ष्मी नगर के विधायक ने रविवार को दावा किया था कि उनके पास कम से कम पांच विधायकों का समर्थन है और उन्होंने धमकी दी थी कि अगर उनकी मांगें 48 घंटे के भीतर नहीं मानी गईं तो वह सरकार गिरा देंगे।

उन्होंने सरकार से बिजली और पानी से जुड़े मुद्दे सुलझाने को कहा था। उन्होंने मांग की थी कि वह बिजली शुल्क में आठ प्रतिशत की कटौती पर रियायत दे। डीईआरसी ने इसी महीने बिजली शुल्क में 6 से 8 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है।

उन्होंने कहा था कि सरकार महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपने वादे के अनुसार महिला दस्तों का गठन करे और निशुल्क पानी की 700 लीटर की सीमा से अधिक की खपत होने पर पूरे पानी का बिल वसूल करने की बजाय केवल अतिरिक्त पानी का बिल वसूल करे।

बिन्नी ने कहा था कि आप के दो अन्य विधायक उनके संपर्क में हैं और वह उनके तथा निगम पाषर्दों के साथ एक राजनीतिक मोर्चे का गठन करेंगे। उन्होंने जद यू के विधायक शोएब इकबाल और निर्दलीय विधायक रामबीर शौकीन के समर्थन का भी दावा किया था। दोनो विधायकों ने बाद में अपनी धमकी वापस ले ली।

दोनो विधायकों ने कहा था कि सोमवार को केजरीवाल के साथ एक बैठक के बाद उन्होंने अपना विचार बदल दिया। उन्होंने यह दावा भी किया था कि बिन्नी भी आप सरकार से समर्थन वापस नहीं लेने को तैयार हो गए हैं। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, February 5, 2014, 21:38

comments powered by Disqus