Last Updated: Wednesday, November 20, 2013, 00:19
पटना : भाजपा और जदयू के बीच जारी वाकयुद्ध के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर राजनीतिक बदले की नीयत से प्रदेश के भाजपा नेताओं का फोन की कथित टेपिंग करवाने की आशंका व्यक्त की।
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि ताकतवर विपक्ष से पहली बार पाला पडते ही मुख्यमंत्री घटिया स्तर पर उतर आए हैं। विपक्ष के नेताओं का का अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर स्टिंग आपरेशन करा रहे हैं। संदेह है कि वे भाजपा नेताओं के फोन की टेपिंग भी करवा रहे हों।
सुशील ने कहा कि विगत दिन हाजीपुर में उन्होंने अपने पार्टी कार्यकताओं से जो अनौपचारिक बातचीत की था पर उसका टेप मुख्यमंत्री के पास कैसे पहुंचा। क्या मुख्यमंत्री ने ही उक्त बातचीत को स्टिंग के तहत रिकार्डिंग करवाया था। उन्होंने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए कि आखिर किसके निर्देश पर उनकी बातचीत की रिकार्डिग कराई गई। सुशील ने कहा कि वे अपनी बातचीत पर पूरी तरह से आज भी कायम हैं और उसमें ऐसी कोई बात नहीं है जो आपत्तिजनक हो। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अन्य गंभीर मुददों से ध्यान भटकाने के लिए ओछी हरकत कर रहे हैं।
सुशील ने कहा कि पिछले साढे सात साल तक मुख्यमंत्री कम्फोर्ट जोन में थे। तब विपक्ष कमजोर और उसका मनोबल टूटा हुआ था। विपक्ष के हमलों से बचाव के लिए भाजपा की छतरी मुख्यमंत्री के सिर पर थी। मगर अब पहली बार मुख्यमंत्री को ताकतवर विपक्ष से सबका पडा है, जिसके तार्किक सवालों से वे तिलमिला जा रहे हैं। इसी तिलमिलाहट में मुख्यमंत्री बकवास पर उतर आए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बकवास की नीतीश की यह नई बीमारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए घातक है जनता इसका इलाज करने का मन बना चुकी है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 20, 2013, 00:19