Last Updated: Sunday, March 30, 2014, 17:52

करीमगंज, दीफू (असम) : भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रविवार को कहा कि 1971 के बाद बांग्लादेश से आए और असम या देश के अन्य हिस्सों में बसे लोगों को अवैध प्रवासी माना जाना चाहिए और उनके खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।
बराक घाटी के करीमगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए सिंह ने कहा, ‘हर कोई जानता है कि पिछले चार दशक में बांग्लादेश से एक विशेष समुदाय के लोग बड़ी संख्या में आए और कुछ राजनीतिक दलों ने वोट बैंक राजनीति के लिए उन्हें संरक्षण दिया।’ सिंह ने कहा, ‘अगर भाजपा सत्ता में आती है तो हम जांच बिठाएंगे कि इस विशेष समुदाय के लोगों ने कितनी संख्या में देश में अवैध रूप से प्रवेश किया और यहां बस गए।’
भाजपा प्रमुख ने कहा, ‘अगर कोई उपयुक्त पासपोर्ट, वीजा या कार्य अनुमति से आया है तो हमें उससे कोई समस्या नहीं है लेकिन अगर वे वापस नहीं लौटते और यहां बस जाते हैं तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘अगर बांग्लादेश में हिंदुओं का उत्पीड़न होता है और वहां से भागने को बाध्य किया जाता है तो हम उनसे शरणार्थी के रूप में व्यवहार नहीं करेंगे बल्कि सहानुभूतिपूर्वक उनके हितों को देखेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा अलग..अलग धर्म के बीच विभेद या धर्म के आधार पर देश के बंटवारे में विश्वास नहीं करती जैसा कि स्वतंत्रता के वक्त किया गया था।’ उन्होंने कहा, ‘भाजपा मानवता की राजनीति में विश्वास करती है न कि धर्म की राजनीति में। असम में हम हिंदुओं और मुसलमानों में कोई भेद नहीं करते लेकिन जो अवैध प्रवासी भारतीय जनसंख्या के लिए खतरा हैं, उन्हें हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा के 1998 में सत्ता में आने से पहले भारत को कमजोर देश माना जाता था और यह बात वाजपेयी जी को काफी दुखी करती थी। सत्ता में आने के बाद उन्होंने निर्णय किया कि भारत परमाणु परीक्षण करेगा और कई देशों के विरोध के बावजूद उन्होंने परीक्षण किए।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, March 30, 2014, 17:52