Last Updated: Tuesday, November 12, 2013, 19:56
मुम्बई : मुम्बई स्थित कैंपा कोला हाउसिंग कालोनी के निवासियों ने मंगलवार को परिसर से हटने से इनकार कर दिया। नगर निगम और पुलिस अधिकारी जब फ्लैटों को ढहाने के लिए पहुंचे तो निवासियों ने अपने को अंदर बंद कर लिया। फ्लैटों को खाली करने के लिए उच्चतम न्यायालय की अंतिम समयसीमा समाप्त हो गई है।
सुबह से ही निवासियों ने अपने वाहन मुख्य द्वार पर खड़े करके भीतर जाने का रास्ता बंद कर दिया था। उन्होंने कहा कि नगर निगम कर्मियों को परिसर में नहीं घुसने देंगे।
नगर निगम दस्ता अपने साथ ढहाने वाले भारी मशीनें लेकर आया था और वह बिजली और जलापूर्ति कनेक्शन काटना शुरू करने की तैयारी कर रहा है। महानगर गैस लिमिटेड की एक वैन भी देखी गई जो संभवत: पीएनजी आपूर्ति काटने के लिए आयी थी।
उच्चतम न्यायालय ने फ्लैटों को खाली कराने के लिए 11 नवम्बर की समयसीमा तय की थी। परिसर में रहने वाले परिवारों ने अब मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण पर अपनी उम्मीद लगायी है कि वे हस्तक्षेप करेंगे और उनके फ्लैटों को बचाने के लिए एक अध्यादेश पारित करके उनके फ्लैटों को नियमित करेंगे।
यद्यपि मुख्यमंत्री ने अभी तक नरम पड़ने और निवासियों की मांगों को स्वीकार करने के कोई संकेत नहीं दिये हैं। चव्हाण महाधिवक्ता के कानूनी राय के खिलाफ नहीं जाना चाहते।
बृहन्मुंबई नगर निगम ने सोसायटी को भेजे अपने नोटिस में कहा था कि उसने 12 नवंबर को अवैध मंजिलों को गिराना तय किया है। परिसर की सात इमारतों की 35 अवैध मंजिलों में करीब 100 परिवार रह रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 12, 2013, 19:56